Weather Update : मध्यप्रदेश में मार्च महीने में तेज गर्मी, लू, बादल और हल्की बारिश वाला मौसम रहेगा। पहले सप्ताह में बादल छाएंगे। वहीं, चौथे सप्ताह में हीट वेव यानी लू चलेगी। इंदौर, उज्जैन, ग्वालियर, चंबल, सागर और रीवा संभाग में 3 से 4 दिन लू चल सकती है। 20 मार्च के बाद कुछ जिलों में हल्की बारिश होने के आसार भी हैं।
मौसम विभाग भोपाल के सीनियर वैज्ञानिक डॉ. वेदप्रकाश सिंह ने बताया- मार्च में बारिश के सामान्य से कम होने के संकेत मिल रहे हैं। वहीं, तापमान के सामान्य से अधिक रहने की संभावना है। प्रदेश में मार्च से ही हीट वेव यानी लू भी चलेगी।
इससे पहले शनिवार-रविवार की दरमियानी रात मुरैना के 24 से ज्यादा गांवों में तेज हवाएं चलीं। बारिश के साथ चने के आकार के ओले भी गिरे। सुमावली, दिमनी, अंबाह विधानसभा क्षेत्रों के मृगपुरा, लीला का पुरा, मैथाना, हंसराज का पुरा, बंधा, नायक पुरा और अजीत पुरा समेत कई गांवों में फसलें प्रभावित हुई हैं।
अप्रैल-मई में हीट वेव का असर ज्यादा
बता दें कि मार्च से गर्मी के सीजन की शुरुआत हो जाती है। अगले 4 महीने तेज गर्मी पड़ेगी। मौसम विभाग ने मार्च से मई तक 15 से 20 दिन तक हीट वेव चलने का अनुमान जताया है। अप्रैल-मई में हीट वेव का असर ज्यादा हो सकता है। इस कारण 30 से 35 दिन तक गर्म हवा चल सकती है।
सीनियर वैज्ञानिक डॉ. दिव्या ई. सुरेंद्रन ने बताया- 15 मार्च के बाद जब शहरों में पारा 40 डिग्री सेल्सियस से अधिक पहुंचेगा, तब गर्म हवा का असर देखने को मिलेगा।
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ऐसे रहेंगे मार्च के चार सप्ताह
पहला सप्ताह: इंदौर, उज्जैन, ग्वालियर, जबलपुर और नर्मदापुरम संभाग में रात का तापमान सामान्य से 2-3 डिग्री अधिक यानी 16-18 डिग्री सेल्सियस तक रहेगा। भोपाल, सागर, रीवा, शहडोल और चंबल संभाग में सामान्य 14-16 डिग्री तापमान रहेगा।
दिन में पश्चिमी गर्म हवाओं के कारण अधिकतम तापमान इंदौर, उज्जैन, ग्वालियर, चंबल, रीवा और शहडोल संभाग में सामान्य से अधिक यानी 32 से 34 डिग्री के बीच जाएगा। भोपाल, नर्मदापुरम, सागर और जबलपुर संभाग में यह सामान्य 30-32 डिग्री पर बना रहेगा। इस दौरान बारिश होने का अनुमान नहीं है। वेस्टर्न डिस्टरबेंस की वजह से बादलों की आवाजाही बनी रहेगी।
दूसरा सप्ताह: इंदौर, उज्जैन और नर्मदापुरम संभाग में रात का तापमान सामान्य से 2-3 डिग्री अधिक होगा जबकि गुजरात के ऊपर साइक्लोनिक सकुर्लेशन सिस्टम की वजह से भोपाल, जबलपुर, सागर, रीवा, शहडोल, ग्वालियर और चंबल संभाग में तापमान सामान्य 15-17 डिग्री तक रहेगा।
वहीं, अधिकतम तापमान इंदौर, उज्जैन, ग्वालियर, चंबल और सागर संभाग में सामान्य से बढ़े रहेंगे। भोपाल, नर्मदापुरम, रीवा, शहडोल और जबलपुर संभाग में यह सामान्य 31-34 डिग्री सेल्सियस पर बना रहेगा। इस दौरान बारिश की संभावना नहीं है। पश्चिमी और दक्षिणी हिस्से में बादल जरूर छाए रहेंगे।
तीसरा सप्ताह: रात में उत्तर-पश्चिमी हवाओं के जोर पकड़ने के साथ न्यूनतम तापमान इंदौर संभाग में सामान्य से 3-4 डिग्री बढ़कर 20-23 डिग्री तक जबकि शेष सभी संभागों में 19-21 डिग्री तक जाएगा। वहीं, पूरे प्रदेश में दिन में अधिकतम तापमान तेजी से बढ़ते हुए सामान्य से 2-4 डिग्री अधिक 34-38 डिग्री सेल्सियस पर पहुंचेगा।
वेस्टर्न डिस्टरबेंस और दक्षिण-पूर्वी हवाओं के मिलने के कारण पूर्वी और दक्षिणी क्षेत्रों में बादल छाए रह सकते हैं। गरज-चमक के साथ बूंदाबांदी हो सकती है।
चौथा सप्ताह: उत्तर-पश्चिमी हवाओं के लगातार जोर पकड़ने के साथ न्यूनतम तापमान रीवा और शहडोल संभागों में 22-24 डिग्री सेल्सियस रहेगा जबकि भोपाल सहित शेष पूरे प्रदेश में सामान्य से 3-4 डिग्री अधिक 23-26 डिग्री सेल्सियस तक जाएगा। जबलपुर संभाग में 37-40 डिग्री जबकि भोपाल सहित शेष पूरे प्रदेश में सामान्य से 3-5 डिग्री बढ़कर 38-42 डिग्री सेल्सियस तक अधिकतम तापमान रहेगा।
दक्षिण-पूर्वी हवाओं के आने से जबलपुर, शहडोल और नर्मदापुरम संभाग में कहीं-कहीं बूंदाबांदी हो सकती है। मार्च के आखिरी दिनों में ग्वालियर, चंबल, इंदौर, उज्जैन, सागर और रीवा संभाग के साथ राजगढ़, सीहोर, विदिशा, बैतूल और हरदा जिलों में 3-4 दिन तक लू भी चल सकती है।
अप्रैल-मई सबसे ज्यादा गर्म रहेंगे
मौसम विभाग ने इस साल अप्रैल और मई में सबसे ज्यादा गर्मी पड़ने का अनुमान जताया है। इन दो महीने के अंदर ग्वालियर, चंबल, जबलपुर, रीवा, शहडोल और सागर संभाग के जिलों में पारा 45 डिग्री के पार पहुंच सकता है। भोपाल, इंदौर, उज्जैन और नर्मदापुरम संभाग भी गर्म रहेंगे।
पहले दिन पारे में गिरावट का दौर
मार्च के पहले दिन शनिवार को बादल छाने की वजह से भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, उज्जैन, जबलपुर समेत कई शहरों में दिन के तापमान में गिरावट देखने को मिली। मौसम विभाग के अनुसार, बादलों की वजह से शनिवार को ग्वालियर में 3.8 डिग्री की गिरावट के बाद पारा 29.8 डिग्री दर्ज किया गया। भोपाल, बैतूल, धार, गुना, इंदौर, खंडवा, पचमढ़ी, उज्जैन, दमोह, जबलपुर, खजुराहो, मंडला, नरसिंहपुर, नौगांव, मलाजखंड में भी पारे में गिरावट हुई।
मध्यप्रदेश में पिछले 10 साल के आंकड़ों पर नजर डालें तो मार्च महीने में रातें ठंडी और दिन गर्म रहते हैं। बारिश का ट्रेंड भी है। इस बार भी ऐसा ही मौसम रहने का अनुमान है। भोपाल, इंदौर और उज्जैन में दिन का अधिकतम तापमान 40 डिग्री के पार पहुंच सकता है जबकि रात में 10 से 17 डिग्री के बीच रहने का अनुमान है।
मौसम विभाग के अनुसार, मार्च में ग्वालियर में मौसम सबसे ज्यादा बदला हुआ रहता है। यहां रात में पारा 8 डिग्री तक पहुंच चुका है। जबलपुर में दिन में गर्मी और रात में ठंड रहती है।
नवंबर-दिसंबर में पड़ी कड़ाके की ठंड
अब बात ठंड की ओवरऑल स्थिति की। इस बार शुरुआती दो महीने यानी नवंबर और दिसंबर में कड़ाके की ठंड पड़ी। नवंबर की बात करें तो भोपाल में 36 साल का रिकॉर्ड टूटा। इंदौर, उज्जैन, जबलपुर और ग्वालियर में भी पारा सामान्य से 7 डिग्री तक नीचे रहा।
पूरे प्रदेश में जनवरी से भी ठंडा दिसंबर रहा। 9 दिन शीतलहर चली। भोपाल, इंदौर, ग्वालियर समेत कई जिलों में स्कूलों की टाइमिंग बदल दी गई है जबकि भोपाल के वन विहार नेशनल पार्क में जानवरों को सर्दी से बचाने के लिए हीटर लगाए गए।
जनवरी की शुरुआत में 10 से 15 दिन तक कड़ाके की ठंड का दौर रहा, लेकिन फिर तेवर ठंडे हो गए। तीन बार मावठा गिरा लेकिन ओले नहीं गिरे जबकि जनवरी में प्रदेश में ओलावृष्टि का ट्रेंड रहा है।
फरवरी में भी मावठा गिरने का ट्रेंड है, लेकिन इस बार ऐसा नहीं हुआ। दूसरे सप्ताह में ही दिन में गर्मी का असर शुरू हो गया। कई शहर तो ऐसे रहे, जहां पर दिन का पारा 34 डिग्री सेल्सियस के पार पहुंच गया।
भोपाल में दिन में तेज गर्मी पड़ने का ट्रेंड
भोपाल में मार्च महीने में दिन में तेज गर्मी पड़ने के साथ बारिश का ट्रेंड भी है। मौसम विभाग के अनुसार, मार्च महीने में गर्मी के सीजन की शुरुआत हो जाती है। इसके चलते दिन-रात के तापमान में बढ़ोतरी होने लगती है। आंकड़ों पर नजर डालें तो 30 मार्च 2021 को अधिकतम तापमान रिकॉर्ड 41 डिग्री पहुंच चुका है। वहीं, 45 साल पहले 9 मार्च 1979 की रात में पारा 6.1 डिग्री दर्ज किया गया था।
वर्ष 2014 से 2023 के बीच दो बार ही अधिकतम तापमान 36 डिग्री के आसपास रहा। बाकी सालों में पारा 38 से 41 डिग्री सेल्सियस के बीच रहा है।