डॉ. मनमोहन सिंह, भारत के पूर्व प्रधानमंत्री, का निधन गुरुवार रात हो गया। उनके निधन ने देशभर में शोक की लहर दौड़ा दी है। उनके योगदान और नेतृत्व के लिए दुनियाभर से शोक संवेदनाएं व्यक्त की गई हैं।
इस दुखद अवसर पर, ऑस्ट्रेलिया में चल रही बॉर्डर-गावस्कर सीरीज के चौथे टेस्ट में भारतीय टीम ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। भारतीय खिलाड़ी इस मैच के दूसरे दिन काली पट्टी बांधकर मैदान में उतरे, जो उनके प्रति सम्मान और श्रद्धा का प्रतीक था।
इस टेस्ट मैच में, ऑस्ट्रेलिया के कप्तान पैट कमिंस ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का निर्णय लिया। पहले दिन का खेल समाप्त होने तक ऑस्ट्रेलियाई टीम ने छह विकेट पर 311 रन बनाए थे।
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मैच के पहले दिन भारतीय तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह ने शानदार प्रदर्शन किया और तीन विकेट लेकर अपनी टीम के लिए महत्वपूर्ण योगदान दिया। इसके साथ ही, ऑस्ट्रेलिया के चार बल्लेबाजों ने मजबूत शुरुआत दी और अर्धशतक बनाये।
यह घटनाक्रम दर्शाता है कि खेल जगत में भी डॉ. मनमोहन सिंह के प्रति गहरी श्रद्धा और सम्मान है। उनकी विरासत और योगदान को भारतीय टीम ने इस ऐतिहासिक मौके पर सलाम किया।
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मनमोहन सिंह की वो इच्छा जो कभी न हो सकी पूरी
भारत के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह का 92 वर्ष की आयु में निधन हो गया। गुरुवार शाम को अचानक बेहोश होने के बाद उन्हें दिल्ली के एम्स अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उन्होंने अंतिम सांस ली।
उनके निधन ने देशभर में शोक की लहर दौड़ा दी। उनके योगदान और आत्मनिर्भर भारत की दिशा में उनके द्वारा किए गए कार्यों को हमेशा याद किया जाएगा। हालांकि, उनके निधन के साथ एक पुरानी और अधूरी इच्छा भी फिर से सामने आई, जिसने उनके दिल में ताउम्र मलाल पैदा किया।