Rashtriya Ekta News : मध्यप्रदेश के उज्जैन में चिमनगंज थाना क्षेत्र के एक मकान में जहां खुशियों की शहनाइयां बज रही हैं तो वहीं मकान के बाहर दो प्रदेशों की लगभग एक दर्जन से अधिक पुलिस भी तैनात है। जो की हर आने-जाने वाले व्यक्ति पर निगाह लगाए बैठी हुई है। लगभग 29 सितंबर तक इस पारिवारिक समारोह में पुलिस की मौजूदगी कुछ इसी तरह से रहेगी। इसके बाद सब कुछ पहले की तरह सामान्य हो जाएगा।
बता दें कि चिमनगंज थाना क्षेत्र में लगाई गई इस अतिरिक्त पुलिस को देखकर जब जानकारी जुटाई गई तो पता चला कि यह वही मकान है, जिसमें साल 2008 में अहमदाबाद में हुए सीरियल ब्लास्ट का दोषी आतंकी शफीक अंसारी रहता है। जो कि इन दोनों गुजरात हाईकोर्ट की परमिशन पर पैरोल लेकर उज्जैन आया हुआ है।
साल 2008 में गुजरात अहमदाबाद में हुए सीरियल ब्लास्ट में उम्रकैद की सजा पा चुके आतंकी मोहम्मद शफीक अंसारी को कोर्ट ने पांच दिन की पैरोल दी है। उसके बाद वह उज्जैन स्थित अपने घर पहुंचा है। जहां पर वह 29 सितंबर तक रहेगा। मोहम्मद शफीक अंसारी का मकान चिमनगंज थाना क्षेत्र में है। इसीलिए क्षेत्र में गुजरात के साथ ही उज्जैन पुलिस भी मुस्तैदी के साथ अपनी ड्यूटी कर रही है। लगभग तीन शिफ्ट में पुलिस यहां ड्यूटी तो दे ही रही है। साथ ही हर आने-जाने वाले व्यक्ति से भी पूछताछ कर उसकी निगरानी की जा रही है।
कहने को तो उज्जैन धार्मिक नगरी है। लेकिन उज्जैन जिले में कई क्षेत्र ऐसे हैं, जहां अब तक कई आतंकी पकड़े जा चुके हैं। उज्जैन के साथ ही महिदपुर, उन्हेल वह अन्य क्षेत्रों से भी कई लोगों को पकड़ा जा चुका है, जो की प्रतिबंधित संगठन सिमी और आतंकी संगठनों से जुड़े पाए गए थे।
जानकारी के लिए आपको बता दें कि, अहमदाबाद सीरियल ब्लास्ट में 56 लोगों की मौत हुई थी, जबकि 200 लोग घायल हुए थे। वैसे तो इस ब्लास्ट की जिम्मेदारी इंडियन मुजाहिदीन और स्टूडेंट इस्लामिक मूवमेंट ऑफ इंडिया ने ली थी। लेकिन इस सीरियल ब्लास्ट में उज्जैन जिले के भी कुछ लोग शामिल थे, जो कि वर्तमान में अहमदाबाद जेल में सजा काट रहे हैं। इसी ब्लास्ट के दोषी शफीक अंसारी को गुजरात हाई कोर्ट से सशर्त दी गई पैरोल के बाद उसे उज्जैन लाया गया है। जहां वह पारिवारिक समारोह में शामिल होगा और उसके बाद उसे फिर अहमदाबाद जेल ले जाया जाएगा।
आतंकी शफीक अंसारी को गुजरात पुलिस के दो एसीपी और पुलिस टीम उज्जैन उसके घर लाई है। शफीक अंसारी ने कोर्ट में पारिवारिक समारोह में शामिल होने के लिए 5 दिन की पैरोल मांगी थी, जिसके बाद उसे उज्जैन स्थित उसके मकान पर लाया गया है। गुजरात हाई कोर्ट से उसे 29 सितंबर तक पैरोल दी गई है। उसकी सुरक्षा में गुजरात पुलिस के साथ ही उज्जैन पुलिस भी मुस्तैदी से लगी हुई है।
शफीक अंसारी का निवास उज्जैन के चिमनगंज थाना क्षेत्र मे है, जहां पुलिस मुस्तैदी से 3 शिफ्ट में ड्यूटी कर रही है। बताया जाता है कि एक शिफ्ट में लगभग डेढ़ दर्जन से अधिक उज्जैन और गुजरात के पुलिस जवान पहरा दे रहे हैं। साथ ही हर आने जाने वाले व्यक्ति पर निगाह भी रखी जा रही है। शफीक अंसारी के घर के बाहर लगाई गई पुलिस को देखकर लोग डरे सहमे हुए हैं। क्षेत्र में रहने वाले पुराने लोग तो फिर भी शफीक को पहचानते हैं, लेकिन नए लोगों के लिए उसकी पहचान सिर्फ और सिर्फ एक आतंकी के रूप में है जिसके कारण खौफ का माहौल बना हुआ है।