किसानों के लिए खुशखबरी: ग्वालियर के कृषि विज्ञानियों ने तैयार की चने की अनोखी किस्म, सामन्य से दोगुना वजन, प्रति हेक्टेयर है इतनी पैदावार
ग्वालियर : राजमाता विजयाराजे सिंधिया कृषि विश्वविद्यालय ग्वालियर के वैज्ञानिकों ने देशी चने की एक अनोखी किस्म विकसित की है। राज विजय ग्राम 2के21 नामक यह किस्म अपने भारी वजन और अधिक पैदावार के लिए खास है। 100 बीजों का वजन 41.3 ग्राम होने के साथ, यह अब तक की सबसे वजनदार चने की किस्म है। पहले की किस्मों में 100 बीजों का वजन 20-25 ग्राम ही होता था।
यह गहरे भूरे रंग का चना रबी सीजन में अक्टूबर से मार्च के बीच बोया जा सकता है और 110 दिन में तैयार हो जाता है। इसकी अनुमानित पैदावार 20-25 क्विंटल प्रति हेक्टेयर है, जो औसत चने की पैदावार (6 क्विंटल प्रति हेक्टेयर) से चार गुना अधिक है।
कृषि वैज्ञानिक मोहम्मद यासीन के अनुसार, इस किस्म को विकसित करने में 10 साल लगे। अब यह बीज विकास निगम को उपलब्ध कराया जा रहा है और दो साल के अंदर किसानों तक पहुंचने की उम्मीद है। यह नई किस्म चने की खेती को अधिक लाभदायक बना सकती है और किसानों की आय में वृद्धि कर सकती है।