RashtriyaEkta - 30-11--0001

किस्मत कहें या चमत्कार? भूकंप के 145 घंटे बाद मलबे से जिंदा मिली 90 साल की बुजुर्ग महिला 

नई दिल्ली। इसे चमत्कार कहें या किस्मत, 145 घंटे मलबे के नीचे दबी रही 90 साल की बुजुर्ग महिला जिंदा मिली। जापान में यह चमत्कार हुआ, जहां नए साल के पहले दिन एक जनवरी को आए 7.6 तीव्रता के भूकंप ने काफी तबाही मचाई, लेकिन शनिवार रात को मलबे के नीचे से बुजुर्ग महिला को जिंदा निकाला गया तो बचाव दल के सदस्य भी हैरान रह गए। मौके पर ही महिला मेडिकल टेस्ट किया गया और फिर उसे अस्प्ताल भेज दिया गया। हालांकि भूकंप में उसने अपना घर और परिवार खो दिया, लेकिन एक जिंदगी के जिंदा मिलने से रेस्क्यू टीम को भी काफी हिम्मत मिली।

BBC की रिपोर्ट के अनुसार, पश्चिमी जापान के सुजु शहर में इशिकावा प्रांत की महिला सोमवार को 7.6 तीव्रता का भूकंप आने से अपने ही 2 मंजिला मकान के मलबे के नीचे दब गई, लेकिन वह जिंदा रही। बचावकर्मियों ने उसे टेक्नोलॉजी के जरिए खोजा और मलबे के नीचे से निकाला। महिला ने बचावकर्मियों का आभार जताते हुए कहा कि मुझे भी यकीन नहीं हो रहा कि मैं जिंदा हूं, लेकिन सोमवार को जापान में सागर तट पर 7.6 तीव्रता का जो भूकंप आया, उसने कई शहर तबाह कर दिए। 120 से अधिक लोगों की मौत होने की पुष्टि हो चुकी है और 200 से ज्यादा लोग अभी भी लापता हैं, जिनकी तलाश जारी है।

वहीं बचावकर्मियों के अनुसार, बुजुर्ग महिला एक्टिव थी और वह प्रतिक्रिया दे रही थी, लेकिन वह हाइपोथर्मिया से पीड़ित है। उसी जगह पर 40 साल की एक और महिला जिंदा मिली, जो कार्डियोपल्मोनरी अरेस्ट की हालत में थी। दरअसल, किसी भी घटना या हादसे के बाद बचाव अभियान के पहले 72 घंटे काफी महत्वपूर्ण माने जाते हैं क्योंकि उन घंटों में लोगों के जीवित मिलने की संभावना काफी कम हो जाती है। फिलहाल 30 हजार से अधिक लोगों को सरकारी सरायों में रखा गया है। शनिवार तक इशिकावा में लगभग 23200 घरों में बिजली नहीं थी। 66,400 से अधिक घरों में पानी की कमी थी, लेकिन स्थिति कंट्रोल में है।

और पढ़ेंकम दिखाएँ
//

© Rashtiya Ekta! Design & Developed by CodersVision