MP Big News : मध्यप्रदेश के गुना जिले से एक बड़ी खबर सामने आई है, यहां राघोगढ़ क्षेत्र के पीपल्या गांव में एक 10 साल का बच्चा बोरवेल में गिर गया। सूचना मिलते ही प्रशासन की टीम मौके पर पहुंच गई है। जेसीबी की मदद से बोरवेल से बच्चे को निकालने का प्रयास किया जा रहा है।
जानकारी के अनुसार पीपल्या गांव निवासी सुमित मीणा शनिवार को शाम 4 बजे खेत पर गया हुआ था। इसी दौरान वो खुले बोरवेल में गिर गया। मौके पर एसडीएम विकास कुमार आनंद सहित पुलिस की टीम मौजूद है।
सुमित मीणा के बोरवेल में गिरने की घटना से गांव में हड़कंप मच गया है। खेत में आज शाम को खुले बोरवेल में सुमित खेलने के दौरान जा गिरा।
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चीख पुकार सुनकर जब परिजन बोरवेल के पास पहुंचे तो बच्चे का सिर दिखाई दिया। जिसके बाद तुरंत इसकी सूचना पुलिस और प्रशासन को दी गई।
घटना की जानकारी मिलते ही राघौगढ़ के एसडीएम विकास कुमार आनंद टीम के साथ मौके पर पहुंचे। इसके बाद प्रशासन ने रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर दिया है। एसडीईआरएफ टीम और दो जेसीबी मशीनों की मदद से बोरवेल के पास खुदाई शुरू कर दी गई।
घटना के बाद से ग्रामीणों में चिंता और तनाव का माहौल है। सभी की निगाहें बच्चे को सुरक्षित बाहर निकालने के प्रयासों पर टिकी हैं। प्रशासन और बचाव दल हर संभव कोशिश कर रहे हैं।
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वहीं प्रशासनिक टीम के साथ-साथ स्वास्थ्य विभाग की टीम भी मौके पर मौजूद है और लगातार बोरवेल में ऑक्सीजन की सप्लाई दी जा रही है। वहीं बच्चे की निगरानी भी कर रही है, अभी तक करीब 20 फीट की खुदाई हो चुकी है। करीब 40 फीट पर बच्चा फंसा हुआ है।
1 साल पहले कराया गया था बोरिंग
वहां मौजूद ग्रामीणों ने बताया कि इस बोरवेल को 1 साल पहले कराया गया था, लेकिन पानी नहीं निकलने की वजह से इस बोरवेल को ऐसे ही लावारिस छोड़ दिया गया।
शनिवार को हादसे के बाद एक बार फिर बोरवेल को खुला छोड़ने को लेकर अब कई तरह के सवाल खड़े होना शुरू हो गए हैं। मध्य प्रदेश के डॉक्टर मोहन यादव सरकार ने बोरवेल खुला छोड़ने पर कानूनी कार्रवाई का भी प्रावधान बनाया है।
इसके लिए खेत मालिक के खिलाफ प्रखंड दर्ज भी किया जाता है। सरकार की ओर से सत्र भैया अपने के बावजूद आज भी गांव में लोगों ने बोरिंग बोरवेल को खुला छोड़ रखा है जो लगातार हादसे का कारण बन रहे हैं।