Rashtriya Ekta News : राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू मध्यप्रदेश के दौरे पर हैं, आज उन्होंने उज्जैन में महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग के दर्शन किए. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर के गर्भगृह में पूजन और अभिषेक किया. इसके बाद उन्होंने नंदी हॉल में बैठकर ध्यान भी लगाया. झांझ-डमरू की ध्वनि से उनका स्वागत किया गया. राष्ट्रपति के आगमन पर आज महाकाल मंदिर का विशेष शृंगार किया गया.
भगवान महाकाल का आशीर्वाद लेने के बाद राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू ने महाकाल महा लोक में मूर्तियों का निर्माण कर रहे शिल्पकारों से संवाद किया. इस दौरान शिल्पकार भावुक हो गए. उन्होंने पाषाण के शिवलिंग राष्ट्रपति को भेंट स्वरूप दिए. मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने शिल्पकारों को एक-एक लाख रुपये प्रोत्साहन राशि देने का ऐलान किया.
उज्जैन में गुरुवार को भगवान महाकाल का आशीर्वाद लेने के बाद राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने महाकालेश्वर मंदिर में पाषाण की मूर्तियां बनाने वाले शिल्पकारों से संवाद किया. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने महाकाल महालोक में पाषाण की मूर्तियों का निर्माण करने वाले शिल्पकार ईश्वर चन्द्र महाराणा, आदित्य महाराणा, सुरेश कुमार ओझा, अक्षय कुमार महाराणा से त्रिवेणी सभा मण्डपम में भेट कर संवाद किया.
सभी शिल्पकार ओड़िशा प्रदेश के पुरी जिले के रहने वाले हैं. जब राष्ट्रपति ने शिल्पकारों से संवाद किया तब सभी शिल्पकार काफी उत्सुक थे. खुशी के मारे शिल्पकारों के आंसू निकल आए. शिल्पकारों से संवाद के दौरान उन्होंने कहा कि आप महाकाल लोक में मूर्ति का निर्माण कर रहे हैं, यह पूरे देश विशेषकर ओडिशा राज्य के लिये गर्व का विषय है. उन्होंने शिल्पकारों द्वारा किए जा रहे कार्य के बारे में विस्तार से पूछा.
उन्होंने शिल्पकारों से कहा कि पढ़ाई सभी लोग करते हैं, लेकिन कला सबके पास नहीं होती है. आपके द्वारा किए जा रहे कार्य बहुत सराहनीय है. इस दौरान राष्ट्रपति मुर्मू ने शिल्पकारों को शॉल, श्रीफल भेंट किये. शिल्पकारों द्वारा राष्ट्रपति को पाषाण का शिवलिंग भेंट किया. वर्तमान में शिल्पकार महाकाल लोक में शिव, कमल, सप्त ऋषियों इत्यादि की मूर्तियां बना रहे हैं.
मूर्तियां बनाने का अधिकांश कार्य पूर्ण होने की कगार पर है. शिल्पकारों ने देश भर में पत्थर की अनेक मूर्तियां और मंदिर निर्माण किए हैं. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से संवाद करने वाले शिल्पकारों को मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने एक-एक लाख रुपये की प्रोत्साहन राशि देने का ऐलान किया. उनके द्वारा बनाई गई मूर्तियों की राष्ट्रपति ने भी जमकर तारीफ की. मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री ने कहा कि पत्थरों पर मूर्ति तरसना बेहद कठिन काम है. कारीगरों ने जो अपनी कला दिखाइ है, वह काबिले तारीफ है.