Rashtriya Ekta News : मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने शनिवार को इंदौर पहुंचकर शहर को एक और बड़ी सौगात दी है. उन्होंने सबसे पहले मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना के तहत वर्चुअली उज्जैन में तीर्थ यात्रा कार्यक्रम का शुभारंभ किया और उसके बाद उज्जैन-वाराणसी ट्रेन को हरी झंडी दिखाई. इसके बाद सीएम मोहन यादव ने 100 करोड़ की लागत से बन रहे नए बस स्टेंड का भी निरीक्षण किया. सीएम ने इस दौरान ऐलान किया कि यह बस स्टेंड सिंहस्थ-2028 के पहले शुरू हो जाएगा. यह बस स्टेंड इंदौर के लिए बड़ी सौगात मानी जा रही है.
सीएम मोहन यादव ने इंटर-स्टेट बस टर्मिनस का अवलोकन किया है. उन्होंने कहा कि यह एक ऐसी सुविधा शुरू होने जा रही है जो देश में मध्य प्रदेश का मान बढ़ाएगी. क्योंकि इंदौर के इस आईएसबीटी बस स्टैंड में एयरपोर्ट की झलक दिखाई देगी और एयरपोर्ट की तर्ज पर ही यहां सुविधाएं शुरू की जाएगी. इसलिए जनता की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए इस बस स्टेंड का बजट 100 करोड़ रुपए रखा गया है. इस बस स्टेंड से हर दिन 80 हजार से ज्यादा यात्रियों की आवाजाही होती है. इसलिए सिंहस्थ-2028 से पहले ही बस स्टेंड की शुरुआत कर दी जाएगी.
इंदौर मध्य प्रदेश के साथ-साथ मालवा का भी सबसे बड़ा शहर है. ऐसे में इस बस स्टेंड की शुरुआत से न केवल इंदौर बल्कि मालवा के लोगों को भी बड़ा फायदा मिलेगा. हालांकि अभी इस बस स्टेंड के निर्माण का काम चल रहा है. यहां से प्रदेश की लंबी दूरी वाले शहरों के लिए भी बसें मिलेगी, जबकि आसपास के जिले उज्जैन, देवास, मंदसौर और रतलाम जैसे बड़े शहरों के लिए भी आवाजाही में फायदा होगा.
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने इसके अलावा सांची प्लांट में भी कर्मचारियों के साथ संवाद किया. बता दें कि मध्य प्रदेश दूध उत्पादन में देश का तीसरा सबसे बड़ा राज्य हैं. मध्य प्रदेश से आगे केवल राजस्थान और उत्तर प्रदेश हैं. हालांकि फिलहाल इंदौर, भोपाल और उज्जैन को छोड़कर मध्य प्रदेश के ज्यादातर दुग्ध संघ घाटे में चल रहे हैं, जिसको लेकर तरह-तरह की अटकलें भी चल रही थी. लेकिन सीएम मोहन यादव ने कर्मचारियों से मुलाकात करते हुए कहा कि कोई भी अधिकारी, कर्मचारी और आउट सोर्स से बाहर नहीं होंगे. बल्कि अब हम अपना दुग्ध उत्पादन 9 प्रतिशत से बढ़ाकर 18 प्रतिशत तक करेंगे. क्योंकि सांची हमेशा सांची ही रहेगा, यह हमारे मध्य प्रदेश का ब्रांड है और रहेगा.