Rashtriya Ekta News : अयोध्या के राम मंदिर में सफाई करने वाली दलित लड़की के गैंगरेप का मामला सामने आया है. इस मामले में 9 लोगों को आरोपी बनाया गया है और पांच लोगों की गिरफ्तारी की गई है. पुलिस ने इस मामले के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि जांच में ये बात सामने आई है कि अलग-अलग दिन जब युवती अपने परिचित युवक से मिलने गई थी. तब उसके दोस्त और साथियों ने पीड़िता के साथ रेप किया.
वहीं पीड़िता ने घटना के बाद पीड़िता ने कई गंभीर आरोप लगाए हैं. अयोध्या में दोस्ती के विश्वास के गैंग रेप का शिकार बनी युवती द्वारा लगाए गए आरोप स्थानीय पुलिस के खिलाफ गंभीर हैं. पीड़ित युवती ने पुलिस का सहयोग न मिलने और आरोपियों द्वारा धमकाने का भी आरोप लगाया है. युवती ने अपने एक बयान में कहा कि, ‘एक युवक जो उसका दोस्त था और उसने अपने दोस्तों के साथ मेरा रेप किया. रेप के बाद वो मुझे ब्लैकमेल करने लगा और कई मौके पर मेरा रेप किया.’
पीड़िता ने अयोध्या पुलिस पर आरोप लगाते हुए कहा कि, ‘पुलिस ने मेरी शिकायत को एप्लिकेशन में बदलवाया और फिर मेरे माता-पिता पर पैसे लेने का भी दबाव बनाया.’ वहीं जब हमने पीड़ित युवती के आरोपों पीछे के कारणों को समझने की कोशिश की, तो कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आए.
युवती के साथ रेप के मुख्य आरोपी के पिता नयन कमल चौधरी, अयोध्या महानगर के करिअप्पा मंडल के अनुसूचित जाति प्रकोष्ठ के अध्यक्ष रह चुके हैं और भाजपा के बड़े नेताओं के साथ उनका अच्छा संबंध है. जानकारी के अनुसार, घटना की खबर मीडिया में आने के बाद नयन कमल चौधरी कुछ स्थानीय नेताओं के साथ अयोध्या के एसएसपी राजकरण नैय्यर से मिलने गए थे. उन्होंने पहले अपने बेटे के निर्दोष होने की बात कही और फिर उसे नाबालिग बताते हुए मदद की गुहार लगाई. हालांकि, पुलिस ने फिलहाल कोई मदद देने से इंकार करते हुए विवेचना पूरी होने की बात कही
रविवार को सुबह 12:00 बजे तक नयन कमल चौधरी के फेसबुक प्रोफाइल पर उनके नाम के नीचे ‘मंडल अध्यक्ष करिअप्पा मंडल’ लिखा था. लेकिन जैसे ही भाजपा के नेताओं से हमने संपर्क किया, उनके फेसबुक एकाउंट से यह जानकारी गायब हो गई. सिर्फ यही नहीं, उनके प्रोफाइल से कई फोटो और वीडियो भी डिलीट हो गए.
वहीं समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष और उप्र के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने अयोध्या में राम मंदिर में सफाईकर्मी के रूप में काम करने वाली युवती के साथ सामूहिक दुष्कर्म मामले में आरोपियों के साथ ही गैर जिम्मेदार पुलिसकर्मियों के खिलाफ भी सख्त दंडात्मक कार्रवाई की मांग की है.