Indore News: इंदौर में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ की अगुवाई में 4 दिसंबर को बड़ा आंदोलन होगा। लालबाग परिसर से कलेक्टोरेट तिराहे तक रैली निकाली जाएगी। इसमें 50 हजार से ज्यादा लोगों के शामिल होने का अनुमान है। बांग्लादेश में हिन्दू परिवारों पर हो रहे अत्याचार के विरोध में निकाली जाने वाली इस रैली को आक्रोश रैली का नाम दिया गया है।
4 दिसंबर को रैली के बाद शहर के बाजार भी आधे दिन के लिए बंद रहेंगे। प्रदेश में सबसे बड़ी रैली इंदौर में होने जा रही है। इंदौर के अलावा देश के अन्य स्थानों पर भी छह दिसंबर तक बड़ी रैलियां आयोजित करने की तैयारी है। आक्रोश रैली को लेकर शुक्रवार को इंदौर के संघ कार्यालय पर एक बैठक भी बुलाई गई थी। जिसमें संघ से जुड़े संगठन, शहर के व्यापारिक व धार्मिक संगठनों के प्रतिनिधि भी शामिल हुए।
Also Read – Weather Update: 7 दिसंबर से बर्फबारी होने की संभावना, ठंड पर आया मौसम विभाग का ताजा अपडेट
बैठक में कहा गया कि इंदौर में भीड़ के लिहाज से सबसे बड़ी रैली निकालना चाहिए, ताकि बांग्लादेश सरकार तक यह संदेश पहुंचे कि देश की जनता बांग्लादेश के हिन्दू परिवारों के साथ है। रैली 4 दिसंबर को सुबह साढ़े 9 बजे लालबाग से रैली शुुरू होगी। रैली में शामिल होग हाथों में तख्तियां लेकर चलेंगे और अफसरों को ज्ञापन देंगे।
4 दिसंबर को देशभर में प्रदर्शन
भाजपा. इंदौर महानगर अध्यक्ष गौरव रणदीवे ने बैठक को लेकर जानकारी देते हुए बताया कि यह बैठक सर्व हिंदू समाज द्वारा आयोजित की गई थी। उन्होंने बताया, “बांग्लादेश में हिंदुओं पर अत्याचार और वीभत्स घटनाओं को लेकर 4 दिसंबर को देशभर में आक्रोश प्रदर्शन किया जाएगा। इंदौर में भी 4 लाख से ज्यादा लोग सड़कों पर उतरकर अपना विरोध प्रकट करेंगे।”
बैठक में यह निर्णय लिया गया कि 4 दिसंबर को लालबाग से लेकर कलेक्टर कार्यालय तक एक विशाल रैली निकाली जाएगी, जिसमें बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार के खिलाफ ज्ञापन दिया जाएगा। व्यापारी संगठनों ने भी इस मुद्दे पर गहरी चिंता व्यक्त की और बांग्लादेश में हो रही घटनाओं के प्रति अपना आक्रोश जाहिर किया। इस आक्रोश के चलते, 4 दिसंबर को इंदौर में व्यापारी प्रतिष्ठानों के बंद रहने की संभावना जताई जा रही है।
Also Read – MP News: मध्यप्रदेश के 500 गांवों के लिए आई बड़ी खबर, राज्य सरकार का एक्शन प्लान तैयार
संघ परिवार का समर्थन
इंदौर भाजपा जिला अध्यक्ष चिंटू वर्मा ने बताया कि इस बैठक में सर्व हिंदू समाज और संघ परिवार के सभी वैचारिक संगठनों ने भाग लिया था। उन्होंने कहा, “हम सभी 4 दिसंबर को बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार के खिलाफ विशाल प्रदर्शन में भाग लेंगे और इसे सफल बनाने का प्रयास करेंगे।”
सूत्रों के मुताबिक, संघ पूरे देश में तीन दिन तक प्रदर्शन आयोजित करेगा, जो 2, 3 और 4 दिसंबर को अलग-अलग संगठनों के माध्यम से होंगे। यह प्रदर्शन बांग्लादेश में रहने वाले हिंदुओं के समर्थन में किया जाएगा।
रैली का आयोजन और ज्ञापन
संघ और भाजपा के नेताओं ने बताया कि प्रदर्शन के दौरान इंदौर में सभी संगठन और कार्यकर्ता लालबाग में एकत्रित होंगे और वहां से कलेक्ट्रेट जाकर ज्ञापन सौंपेंगे। इसके पहले, संघ के मालवा प्रांत की एक वर्चुअल बैठक भी आयोजित की गई थी, जिसमें इंदौर भाजपा संगठन प्रभारी राघवेंद्र गौतम और भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष जीतू जिराती भी शामिल हुए थे।
यह बैठक अब जिला स्तर पर भी शुरू हो गई है, जिसमें सभी जिलों के पदाधिकारी बैठकों में भाग ले रहे हैं और इस आयोजन को सफल बनाने के लिए तैयारी कर रहे हैं।
संघ और भाजपा का यह आंदोलन बांग्लादेश में हिंदुओं के खिलाफ हो रहे अत्याचारों के खिलाफ आवाज उठाने के लिए एक बड़ा कदम साबित हो सकता है। 4 दिसंबर को होने वाला प्रदर्शन और व्यापारी प्रतिष्ठानों का बंद इस आक्रोश को और भी व्यापक रूप से व्यक्त करेगा, जो न केवल इंदौर बल्कि पूरे देश में हिंदू समाज के एकजुट होने का संकेत है।