MP Government : मध्यप्रदेश सरकार ने प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे छात्रों के लिए जरूरी फाइनेंसियल असिस्टेंस देने का प्रस्ताव रखा है। ये प्रस्ताव उन छात्रों के लिए है, जो दिल्ली में रहकर पढ़ाई कर रहे हैं।
वर्तमान में छात्रों को 1500 रुपए से 2000 रुपए तक मासिक सहायता मिलती है, लेकिन महंगाई बढ़ने के कारण यह राशि काफी नहीं रही। इसलिए सरकार ने इसे 10 हजार रुपए तक बढ़ाने का फैसला किया है। यह सहायता तीन साल तक दी जाएगी ताकि छात्र आर्थिक चिंता से मुक्त होकर अपनी परीक्षा की तैयारी पर पूरा ध्यान केंद्रित कर सकें।
होस्टल्स सुविधाओं में वृद्धि
दिल्ली में कॉम्पिटिटिव कैंडिडेट्स के लिए अब तक मात्र 50 होस्टल्स की व्यवस्था थी जो केवल एक वर्ष के लिए थी। इस संख्या को बढ़ाकर तीन वर्षों के लिए किया जाएगा।
साथ ही जबलपुर और ग्वालियर में आधुनिक सुविधाओं से लैस 500-500 सीटों वाले छात्रावास भी बनाए जाएंगे। इन छात्रावासों में अध्ययन के लिए बेहतर माहौल, सुरक्षा के उच्च स्तर और अन्य जरूरी सुविधाएं उपलब्ध होंगी जिससे छात्रों को क्लासिक पढ़ाई का माहौल मिलेगा।
आर्थिक सहायता का लक्ष्य
बता दें कि, सरकार की प्राथमिकता है कि इस बढ़ी हुई सहायता का लाभ मुख्य रूप से पिछड़े वर्ग और अल्पसंख्यक कल्याण विभाग के छात्रों को मिले।
दिल्ली जैसे मेट्रो शहर में रहना महंगा होता है और पुरानी सहायता राशि में रहने, खाने और पढ़ाई से जुड़े खर्च पूरे करना मुश्किल होता था। इस योजना के तहत छात्र आर्थिक रूप से समर्थ होंगे और वे बिना किसी तनाव के अपने लक्ष्य की ओर बढ़ सकेंगे।
कैसे लाभान्वित होंगे छात्र
प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी में न केवल पढ़ाई जरूरी होती है, बल्कि इकनोमिक स्टेबिलिटी भी उतनी ही जरूरी है। 10 हजार रुपए मंथली असिस्टेंस मिलने से छात्र पढ़ाई से जुड़े खर्चों को सहजता से पूरा कर पाएंगे।
यह राशि आवास, भोजन, पढ़ाई की सामग्री और अन्य जरूरी खर्चों को पूरा करने में मदद करेगी। इससे छात्र अपने लक्ष्य की ओर पूरी मेहनत और मनोयोग से बढ़ सकेंगे।
आवेदन प्रक्रिया में आसानी
इस योजना में आवेदन करना बेहद सरल है। इच्छुक छात्र संबंधित विभाग की ऑफिसियल वेबसाइट या नजदीकी सरकारी कार्यालय में जाकर आवेदन कर सकते हैं।
आवेदन की पूरी प्रक्रिया डिजिटल और ऑफलाइन दोनों माध्यमों से उपलब्ध होगी। आर्थिक सहायता सीधे छात्र के बैंक खाते में ट्रांसफर की जाएगी, जिससे मनी के सही यूज और ट्रांसपेरेंसी सुनिश्चित होगी।