राजनीति मेरे लिए…प्रधानमंत्री बनने के सवाल पर CM योगी ने कही बड़ी बात

By Ashish Meena
April 1, 2025

CM Yogi : ‘राजनीति मेरे लिए फुल टाइम जॉब नहीं है। इसकी भी एक समय सीमा होगी। केंद्रीय लीडर्स के साथ मेरा कोई मतभेद नहीं है। मतभेद होता तो यहां नहीं बैठा होता। पार्टी के कारण ही मैं यहां बैठा हूं। मैं खुद को विशेष भी नहीं मानता हूं।

सड़कें चलने के लिए हैं और जो ऐसा कह रहे हैं कि सड़क पर नमाज पढ़ना है तो उन्हें हिंदुओं से अनुशासन सीखना चाहिए। प्रयागराज में 66 करोड़ लोग आए। कहीं लूटपाट ,आगजनी ,छेड़छाड़ तोड़फोड़ नहीं हुई। यही धार्मिक अनुशासन है। यह बात उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक इंटरव्यू में कहीं है। इस दौरान योगी ने हर सवाल का जवाब दिया।

सवाल: एक बड़ा तबका आपको कभी न कभी प्रधानमंत्री के रूप में देखना चाहता है?
जवाब: राजनीति मेरे लिए फुल टाइम जॉब नहीं है। फिलहाल, हम यहां काम कर रहे हैं। मगर असल में मैं एक योगी हूं। जब तक हम यहां हैं, हम काम कर रहे हैं। इसकी भी एक समय सीमा होगी।

सवाल: क्या केंद्रीय नेताओं के साथ आपके मतभेद हैं?
जवाब: मतभेद होने की बात कहां से आ जाती है। पार्टी के कारण ही मैं यहां बैठा हूं। केंद्रीय नेताओं के साथ मतभेद करके क्या मैं यहां बैठा रह सकता हूं? टिकट का वितरण पॉर्लियामेंट्री बोर्ड करता है। पॉर्लियामेंट्री बोर्ड में सबके विषय में चर्चा होती है। स्क्रीनिंग के माध्यम से वहां सबके बारे में बातें पहुंचती हैं।

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सवाल: वक्फ बिल किसी प्रकार का विरोध पैदा कर सकता है?
जवाब: जो इस मुद्दे पर हंगामा कर रहे हैं, मैं उनसे पूछना चाहता हूं कि क्या वक्फ बोर्ड ने कोई कल्याण किया है? सब कुछ छोड़िए, क्या वक्फ ने मुसलमानों का भी कोई कल्याण किया? वक्फ निजी स्वार्थ का केंद्र बन गया है।

यह किसी भी सरकारी संपत्ति पर जबरन कब्जा करने का जरिया बन गया। सुधार समय की मांग है। हर अच्छे काम का विरोध होता है। इसी तरह वक्फ संशोधन विधेयक पर भी हो-हल्ला हो रहा है। बिल का लाभ देश के मुसलमानों को भी मिलेगा।

सवाल: हिंदी ही क्यों नेशनल इंटीग्रेशन की भाषा बन सकती है?
जवाब: UP में हम तमिल, तेलुगु, मलयालम, कन्नड़, बंगाली और मराठी पढ़ा रहे हैं। इससे UP क्या छोटा हो गया है? UP में रोजगार के नए अवसर पैदा हो रहे हैं, जो लोग अपने संकीर्ण राजनीतिक हितों के कारण इस भाषा विवाद को पैदा कर रहे हैं, वे अपने राजनीतिक उद्देश्यों को पूरा कर सकते हैं, मगर वे एक तरह से युवाओं के रोजगार पर हमला कर रहे हैं।

ताजिया का साइज छोटा करो…
सीएम योगी ने कहा- ताजिया का साइज छोटा करो, वरना हाइटेंशन लाइन की चपेट में आओगे तो मर जाओगे। कांवड़ यात्रियों से भी बोलते हैं कि डीजे का साइज छोटा करो। जो नहीं करता है, उसके खिलाफ एक्शन लेते हैं। कानून सबके लिए बराबर है। नमाज पढ़ने के नाम पर आप घंटों सड़क जाम करेंगे? नमाज पढ़ने की जगह ईदगाह और मस्जिदें हैं, सड़क नहीं।

2017 से पहले UP के सामने पहचान का संकट था
CM ने कहा- पिछली सरकारों की वजह से प्रकृति और परमात्मा की असीम कृपा का प्रदेश UP हर क्षेत्र में पिछड़ता चला गया। 2016-17 तक यह स्थिति आ गई थी कि UP पहचान के संकट से भी गुजर रहा था। केंद्र की योजनाएं UP में लागू नहीं होती थीं। आखिरकार 2017 में जनता ने ऐतिहासिक निर्णय लिया और UP में भाजपा की सरकार बनी। आज परिणाम सबसे सामने है।

सुविधा चाहिए तो उस अनुशासन का पालन करना भी सीखें
महाकुंभ आने वाले श्रद्धालुओं के लिए CM ने कहा- ये श्रद्धालु शांति से आए, महास्नान में शामिल हुए और फिर अपने गंतव्य की ओर बढ़ गए। त्योहार और उत्सव या ऐसे कोई भी आयोजन बदतमीजी का माध्यम नहीं बनने चाहिए। अगर सुविधा चाहिए तो उस अनुशासन का पालन करना भी सीखें।

मैं एक नागरिक के रूप में काम करता हूं
मैं एक नागरिक के रूप में काम करता हूं। मैं खुद को विशेष नहीं मानता। एक नागरिक के रूप में मैं अपनी संवैधानिक जिम्मेदारियों को पूरा करता हूं। मेरे लिए राष्ट्र सबसे ऊपर है। अगर मेरा देश सुरक्षित है, तो मेरा धर्म भी सुरक्षित है। अगर धर्म सुरक्षित है तो यह कल्याण का मार्ग प्रशस्त करता है।

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