Manipur Violence : मणिपुर में 3 महिलाओं और 3 बच्चों के शव मिलने के बाद हिंसा एक बार फिर चरम पर पहुंच गई है। रविवार को उग्र भीड़ ने इंफाल में बीजेपी विधायक कोंगखाम रोबिंद्रो के पैतृक आवास में तोड़फोड़ की। इससे पहले शनिवार को सीएम के दामााद, 6 बीजेपी विधायक और 3 मंत्रियों के घर भी फूंक दिए गए थे। इसके साथ ही कई गाड़ियों को भी आग के हवाले कर दिया गया था। राज्य के 7 जिलों में पहले से ही इंटरनेट बैन है। हालात को देखते हुए 5 जिलों में कर्फ्यू लगाया गया है। पीटीआई की रिपोर्ट की मानें तो मायांग इंफाल स्थित रोबिंद्रो के घर पर धावा बोल दिया और मुलाकात की मांग की।
इस पर बीजेपी विधायक के पिता ने कहा कि वे घर पर नहीं है, लेकिन उनका जो भी संदेश होगा वे अपने बेटे तक पहुंचा देंगे। पुलिस का दावा है कि भीड़ राज्य के हालिया घटनाक्रम के संबंध में बीजेपी विधायक का रुख जानने आई थी। मणिपुर में उस समय तनाव फैल गया, जब 3 महिलाओं और 3 बच्चों के शव मिले। जैसे ही यह खबर लोगों तक पहुंची उग्र भीड़ हिंसक प्रदर्शन पर उतर आई।
NPP ने BJP से समर्थन वापस लिया
उधर मणिपुर सरकार ने केंद्र से राज्य में अफस्पा वापस लेने को कहा है। हिंसा के कारण केंद्र सरकार ने 14 नवंबर को इंफाल वेस्ट, इंफाल ईस्ट, जिरीबाम, कांगपोकपी और विष्णुपुर जिलों के सेकमाई, लामसांग, लामलाई, जिरीबाम क्षेत्र में अफस्पा लगाया था। राज्य की भाजपा सरकार में शामिल एनपीपी ने समर्थन वापसी का ऐलान कर दिया है। बता दें कि 60 सदस्यों वाली मणिपुर विधानसभा में एनपीपी के 7 सदस्य हैं। हालांकि सरकार को कोई खतरा नहीं है, क्योंकि बहुमत का आंकड़ा 31 और बीजेपी के पास 32 विधायक हैं।
शाह आज फिर करेंगे बड़ी बैठक
दूसरी और बीजेपी के लिए प्रचार करने महाराष्ट्र गए गृहमंत्री अमित शाह सारे कार्यक्रम रद्द कर दिल्ली लौट आए। उन्होंने रविवार को मणिपुर पर सुरक्षा स्थिति की समीक्षा की और सुरक्षा से जुड़े टाॅप अधिकारियों को प्रदेश में शांति सुनिश्चित करने के लिए कदम उठाने के निर्देश दिए। उन्होंने सीआरपीएफ के महानिदेशक अनीश दयाल को हालात का जायजा लेने के लिए इंफाल भेजा। माना जा रहा है कि अमित शाह आज भी शीर्ष अधिकारियों के साथ एक बड़ी बैठक करेंगे।