Chirag Paswan : केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान की सुरक्षा में बदलाव किया गया है. लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास गुट) के प्रमुख को गृह मंत्रालय ने Z कैटेगरी की सुरक्षा दी है. इससे पहले उनकी सुरक्षा में SSB के कमांडो तैनात थे. देश में कई नेताओं को सिक्योरिटी दी गई है. भारत में गृह मंत्रालय किसी भी व्यक्ति को सुरक्षा देने का निर्णय लेता है.
इस ‘जेड’ कैटेगरी की सुरक्षा के तहत, चिराग पासवाल की 33 कर्मी सुरक्षा में तैनात रहेंगे, जिसमें उनके आवास पर 10 सशस्त्र गार्ड, 24/7 ड्यूटी पर 6 व्यक्तिगत सुरक्षा अधिकारी (पीएसओ) और तीन शिफ्टों में सशस्त्र एस्कॉर्ट के लिए 12 कमांडो शामिल होंगे. इसके साथ ही, 2 कमांडो शिफ्ट में निगरानी ड्यूटी पर रहेंगे, जबकि 3 ड्राइवर चौबीसों घंटे उनकी सुरक्षा में रहेंगे.
केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्रालय के मंत्री चिराग पासवान बिहार के जमुई से सांसद हैं. चिराग पासवान फिलहाल फ्रांस के डिजॉन शहर में आयोजित 45वें विश्व वाइन सम्मेलन में शामिल होने के लिए गए हुए हैं. चिराग पासवान ने पिता के नक्शेकदम पर चलते हुए राजनीति में कदम रखा. साथ ही पिता की मृत्यु के बाद उन्होंने पार्टी की कमान संभाली. चिराग पासवान ने लोकसभा 2024 के चुनाव में बीजेपी के साथ गठबंधन किया और सीट शेयरिंग के बाद खाते में आई पांचों सीटों पर जीत हासिल की. साल 2019 में भी चिराग पासवान ने अपनी सीट बरकरार रखी थी और जीत हासिल की थी.
एनसीपी के नेता बाबा सिद्दीकी की 12 अक्टूबर को देर रात हत्या हुई. बाबा सिद्दीकी को भी Y कैटेगरी की सुरक्षा दी गई थी. हमलावरों ने बाबा सिद्दीकी पर उस वक्त हमला किया जब वो अपने बेटे और कांग्रेस के विधायक जीशान सिद्दीकी के ऑफिस से निकल रहे थे. इस हमले में बाबा सिद्दीकी के सीने पर दो गोलियां लगी. इस मामले में पुलिस हर एंगल से जांच कर रही है. बाबा सिद्दीकी की मौत के बाद भारत की खुफिया एजेंसियां अलर्ट मोड पर आ गई है. हालांकि, अभी यह जानकारी सामने नहीं आई है कि चिराग पासवान की सिक्योरिटी में इजाफा क्यों किया गया, लेकिन अब गृह मंत्रालय ने उनकी सुरक्षा में 33 सुरक्षा कर्मियों को तैनात कर दिया है.