नई दिल्ली: दशहरा के मौके पर भारत सरकार ने बांग्लादेश सरकार से हिंदुओ और उनके पूजा स्थलों की सुरक्षा सुनिश्चित करने को कहा है. भारत सरकार ने कहा कि हमने ढाका के तांतीबाजार में एक पूजा मंडप पर हमले और सतखिरा में प्रतिष्ठित जेशोरेश्वरी काली मंदिर में चोरी की घटना को गंभीर चिंता के साथ दर्ज किया है. भारत सरकार ने कहा कि ये निंदनीय घटनाएं हैं. वे मंदिरों और देवताओं को अपवित्र करने और नुकसान पहुंचाने के एक व्यवस्थित तरीके को अपनाते हैं, जिसे हमने कई दिनों से देखा है. भारत सरकार ने कहा कि हम बांग्लादेश सरकार से खासकर इस शुभ त्योहार के समय के दौरान, हिंदुओं और सभी अल्पसंख्यकों और उनके पूजा स्थलों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की अपील करते हैं.
गौरतलब है कि बांग्लादेश में दुर्गा पूजा उत्सव से संबधित करीब 35 अप्रिय घटनाओं के बाद 17 लोगों को गिरफ्तार किया गया है और 12 से अधिक मामले दर्ज किए गए हैं। पुलिस ने यहां यह जानकारी दी. यह घटनाक्रम ऐसे समय में हुआ है जब एक दिन पहले ही पता चला था कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा उपहार में दिया गया एक हस्तनिर्मित स्वर्ण मुकुट दुर्गा पूजा समारोह के दौरान बांग्लादेश के दक्षिण-पश्चिमी सतखीरा जिला स्थित एक हिंदू मंदिर से चोरी हो गया था. चोरी की इस घटना पर भारत ने चिंता व्यक्त की थी.
पांच-दिवसीय हिंदू धार्मिक उत्सव बुधवार को देवी दुर्गा के आवाह्न के साथ शुरू हुआ, जिसे महाषष्ठी के नाम से जाना जाता है. बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिंदुओं को पांच अगस्त को शेख हसीना के प्रधानमंत्री पद से अपदस्थ होने के बाद भड़की हिंसा के दौरान उत्पीड़न का सामना करना पड़ा. उनके व्यावसायिक प्रतिष्ठानों तथा संपत्तियों में तोड़फोड़ की गयी और मंदिरों को क्षतिग्रस्त किया गया. बांग्लादेश की 17 करोड़ की आबादी में महज आठ फीसदी हिंदू हैं.
‘द ढाका ट्रिब्यून’ ने पुलिस महानिरीक्षक (आईजीपी) मोहम्मद मोइनुल इस्लाम के हवाले से कहा कि ‘एक अक्टूबर से लेकर अब तक देशभर में जारी दुर्गा पूजा उत्सव से संबंधित 35 घटनाएं हुई हैं, जिनमें 11 मामले दर्ज किए जा रहे हैं, 24 जनरल डायरी (जीडी) दर्ज की गयी और 17 लोगों को गिरफ्तार किया गया है.’ उन्होंने शुक्रवार को ढाका में बताया कि देशभर में 32,000 से अधिक मंडप में दुर्गा पूजा का आयोजन किया जा रहा है.