Pradeep Mishra : राजस्थान के चूरू में पंडित प्रदीप मिश्रा की कथा में तेज आंधी के कारण पांडाल उखड़ गया। इसके बाद कथा स्थल पर अफरा-तफरी मच गई, जिसमें एक महिला सहित 3 लोग घायल हो गए। अफरा-तफरी में कई महिलाओं की सोने की चेन चोरी हो गई। शिव महापुराण कथा रतनगढ़ में चल रही थी।
कार्यक्रम बिना प्रशासन की अनुमति के कराया जा रहा था। आज से ही इसकी शुरू हुई थी और अगले सात दिन चलने वाली थी। इसमें देशभर से करीब 2 से 2.5 लाख लोगों के आने की संभावना थी। हादसे के बाद प्रशासन ने पांडाल और डोम खाली करा दिया।
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टेंट में फंसे श्रद्धालुओं को पुलिस ने बचाया
घटना की सूचना मिलते ही रतनगढ़ थानाधिकारी दिलीप सिंह शेखावत मौके पर पहुंचे। उन्होंने पुलिसकर्मियों के साथ टेंट में फंसी महिला श्रद्धालुओं को बाहर निकलवाया।
पुलिस ने कथा स्थल पर डोम में बैठी महिलाओं को बाहर निकलवा कर डोम भी खाली करवाया है। सूचना मिलने पर सुजानगढ़ एडीएम मंगलाराम, एएसपी दिनेश कुमार, एसडीएम रामकुमार मौके पर पहुंचे।
एसपी जय यादव ने बताया कि आंधी के कारण टेंट उखड़ने से अफरा-तफरी मच गई थी, जिससे तीन लोग घायल हो गए थे। घायल हुए तीन लोगों को रतनगढ़ सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
ढाई लाख लोग आने वाले थे कार्यक्रम में
मौके पर मौजूद लोगों ने बताया कि बिना किसी स्वीकृति के इतना बड़ा आयोजन करवाया जा रहा था। इसमें देशभर से करीब 2 से 2.5 लाख श्रद्धालुओं के आने की संभावना थी। इसके लिए एक बड़ा डोम बनाने के साथ ही पाइपों के सहारे काफी दूर तक टेंट लगाए गए थे। कार्यक्रम की किसी भी स्तर पर स्वीकृति नहीं थी।
आयोजन समिति के दिनेश कुमार लाहोटी के अनुसार कथा शहर के सरदारशहर बाइपास स्थित श्री नंदीशाला में आयोजित की जा रही थी। यह कथा 11 से 17 अप्रैल तक दोपहर 1 से शाम 4 बजे तक आयोजित होने वाली थी।
व्यवस्थाएं नहीं सुधारने और खराब मौसम को देखते हुए नहीं दी थी अनुमति
रतनगढ़ एसडीएम रामकुमार वर्मा ने बताया कि आयोजकों ने 11 से 17 अप्रैल तक कथा आयोजन की अनुमति मांगी थी। आयोजक दिनेश कुमार लाहोटी को श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने और पार्किंग व्यवस्था सही करने के उद्देश्य से पिछले कई दिनों से जिला पुलिस, प्रशासन और उपखंड स्तर पर बार-बार कहा जा रहा था। व्यवस्था सही नहीं करने और खराब मौसम की संभावना के चलते कथा के आयोजन की स्वीकृति जारी नहीं की गई थी।