Big News : दिल्ली-NCR में पिछले कुछ दिनों से लगातार स्मॉग पड़ रहा है। यहां प्रदूषण से लोग परेशान हैं, लोगों को सांस लेने में दिक्कत और आंखों में जलन जैसे परेशानी हो रही हैं। उधर, दिल्ली सरकार और केंद्र सरकार पॉल्यूशन को किसी तरह कम करने के लिए आर्टिफिशियल रेन का सहारा ले रही हैं, यहां निर्माणकार्य और डीजल जनरेटर पर प्रतिबंध समेत अन्य कड़े नियम लागू किए गए हैं।
इसी बीच तिरुवनंतपुरम के कांग्रेस सांसद शशि थरूर के एक बयान ने दिल्ली के प्रदूषण पर नई बहस शुरू कर दी है। दरअसल, सांसद ने देश की राजधानी बदलने का सुझाव दिया है। बता दें 2022 में इंडोनेशिया ने ऐसा किया था। जब जकार्ता से अपनी राजधानी स्थानांतरित करने के लिए कानून पारित किया था। फिलहाल देश की नई राजधानी नुसंतारा निर्माणाधीन है, जिसे 2045 तक पूरी तरह बदल दिया जाएगा।
चेन्नई या हैदराबाद को राजधानी बनाने की उठी मांग
राजधानी में प्रदूषण का स्तर अत्यधिक गंभीर स्थिति में पहुंच चुका है। यहां स्कूल, कॉलेज बंद हैं और लोगों को घरों से कम निकलने की सलाह दी गई है। इसके बाद कांग्रेस सांसद शशि थरूर अपने सोशल मीडिया अकाउंट X पर सवाल उठाते हुए कहा कि क्या दिल्ली अभी भी भारत की राष्ट्रीय राजधानी बनने के लायक है? उनकी इस पोस्ट के बाद सोशल मीडिया पर इस मुद्दे पर बहस शुरू हो गई है। कुछ लोगों ने चेन्नई या हैदराबाद को देश की राजधानी बनाने की सलाह दी है।
2.905 लाख करोड़ रुपये की लागत से बनाई जा रही नई राजधानी
बता दें राजधानी बदलना इतना आसान नहीं है। एक्सपर्ट कहते हैं कि इसके लिए नई राजधानी में बड़े निवेश और सुविधाएं मुहैया कराने के लिए बड़ी रकम खर्च करनी पड़ेगी। इंडोनेशिया की बात करें तो यहां के राष्ट्रपति जोको विडोडो की सरकार ने 2.905 लाख करोड़ रुपये की लागत का अनुमान लगाया है।