MP News : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आगामी मध्यप्रदेश दौरे से पहले उज्जैन एयरपोर्ट (Ujjain Airport) को लेकर एक अहम निर्णय लिया गया है। 30 मई को राज्य सरकार के विमानन विभाग और एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया (Airport Authority of India – AAI) के बीच इस एयरपोर्ट के निर्माण, संचालन और देखरेख के लिए तीन अलग-अलग अनुबंधों पर हस्ताक्षर होंगे।
इस कदम के बाद उज्जैन में एयरपोर्ट प्रोजेक्ट को लेकर औपचारिक प्रक्रिया तेज़ी से आगे बढ़ेगी। यह ना केवल धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देगा बल्कि क्षेत्रीय विकास के नए द्वार भी खोलेगा।
30 मई को होगा ऐतिहासिक समझौता
राज्य सरकार के विमानन विभाग और एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया के बीच 30 मई को तीन महत्वपूर्ण अनुबंधों पर हस्ताक्षर होंगे। ये अनुबंध एयरपोर्ट के निर्माण, संचालन, और देखरेख से जुड़े हैं।
उज्जैन एयरपोर्ट के लिए 241 एकड़ जमीन की मांग
वर्तमान में उज्जैन में एयरपोर्ट के लिए 95 एकड़ जमीन उपलब्ध है, लेकिन एएआई ने इस परियोजना के सुचारु संचालन और विस्तार के लिए 241 एकड़ अतिरिक्त भूमि की मांग की है। यह ज़मीन उपलब्ध होते ही निर्माण कार्य तेज़ी से शुरू किया जाएगा।
किन मुद्दों पर हुआ करार?
इस समझौते में तीन प्रमुख अनुबंध शामिल होंगे-
एयरपोर्ट निर्माण :
एयरपोर्ट की आधारभूत संरचना, रनवे, टर्मिनल और अन्य सुविधाओं के निर्माण को लेकर यह करार होगा।
संचालन और रखरखाव :
एयरपोर्ट का संचालन और दीर्घकालीन रखरखाव सुनिश्चित करने के लिए यह अनुबंध होगा।
वैधानिक अनुमतियां :
राज्य सरकार एएआई को आवश्यक कानूनी और पर्यावरणीय अनुमतियाँ प्राप्त करने के लिए अधिकृत करेगी।
उज्जैन एयरपोर्ट क्यों महत्वपूर्ण?
-महाकालेश्वर मंदिर जैसे विश्वप्रसिद्ध धार्मिक स्थल के पास पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा
-इंदौर से हवाई यातायात का बोझ घटेगा
-रोजगार और क्षेत्रीय विकास को बढ़ावा मिलेगा
दतिया को मिलेगी नई हवाई सेवा
प्रधानमंत्री मोदी 31 मई को दतिया एयरपोर्ट का लोकार्पण करेंगे। यह मध्यप्रदेश का आठवां एयरपोर्ट होगा, जिसे रीजनल कनेक्टिविटी स्कीम के तहत विकसित किया गया है। यहां से दो नई उड़ानों की शुरुआत की जाएगी-
दतिया से खजुराहो
दतिया से भोपाल
(72 सीटर विमान, रोज़ाना सेवा)