Indore : इंदौर में युवक के 5 दोस्तों ने उसके शरीर में कम्प्रेशर से हवा भर दी, जिससे नसें फटने से उसकी मौत हो गई। जानकारी के मुताबिक, रविवार सुबह ई-रिक्शा से एक व्यक्ति युवक को गंभीर अवस्था में एमवाय अस्पताल छोड़कर फरार हो गया था।
घटना आजाद नगर इलाके में आज सुबह की है। युवक की पहचान तीन ईमली पालदा में रहने वाले मोतीराम (30) के रूप में हुई है। मोतीराम मजदूरी करता था। सुबह जब उसे एमवाय अस्पताल लाया गया तो उसके प्राइवेट पार्ट से खून बह रहा था।
डॉक्टरों के पूछने पर साथ आया व्यक्ति फोन पर बात करते हुए अस्पताल से बाहर चला गया। फिर लौटकर नहीं आया। कुछ देर बाद डॉक्टरों ने मोतीराम को मृत घोषित कर दिया, जिसके बाद संयोगितागंज पुलिस को सूचना दी गई।
हत्या मानकर चल रही थी पुलिस
पुलिस ने आसपास के थानों में जानकारी साझा की और मृतक के परिवार से संपर्क कर शिनाख्त कराई। मोतीराम जगन्नाथ दाल मिल में काम करता था। पुलिस ने मिल के मैनेजर से पूछताछ की तो उसने बताया कि सुबह उसने अन्य मजदूरों के साथ मिलकर मजाक में मोतीराम के साथ इस तरह का कृत्य किया।
सीसीटीवी लगा, लेकिन घटना कैद नहीं हुई
टीआई विजय सिसोदिया के मुताबिक फैक्ट्री में सीसीटीवी लगे हैं, लेकिन जहां घटना हुई वहां ग्रीन नेट लगा है, इसलिए वहां का घटनाक्रम कैद नहीं हुआ। पुलिस ने फैक्ट्री का डीवीआर जब्त किया है। आरोपियों की पहचान जुटाकर तलाश की जा रही है। फिलहाल मैनेजर धीरज लोवंशी से पूछताछ चल रही है। आरोपियों को जल्द गिरफ्तार किया जाएगा।
भाई को कॉल आया कि एक्सीडेंट हो गया
मृतक के भाई शेरू ने बताया कि सुबह 6 बजकर 45 मिनट पर उसकी मोतीराम से बात हुई थी। भाई ने कहा था कि वह थोड़ी देर में आ रहा है। इसके बाद 7 बजकर 45 मिनट पर उसे कॉल आया कि भाई का एक्सीडेंट हो गया है। वह एमवाय अस्पताल में है। जब यहां पहुंचे तो उसकी मौत हो चुकी थी। मोतीराम जमरे काफी समय से यहां काम कर रहा था। उसका परिवार खरगोन में रहता है।
दिहाड़ी मजदूर मिल में करते थे काम
दाल मिल के मालिक ने बताया, उसने मैनेजर को 4 माह पहले ही काम पर रखा था। वह पहले बस कंडक्टर था। वही चौक से मजदूर लेकर आता था। रात में भी वही मजदूर लेकर आया। मजदूर को अस्पताल में छोड़कर आने वाला मैनेजर ही था। जितने साथी थे वो दिहाड़ी मजदूर है तो पुलिस उनकी डिटेल खुद निकाल रही है।