Varanasi Gang Rape Case : उत्तर प्रदेश के वाराणसी में 19 वर्षीय छात्रा के साथ हुए गैंगरेप के मामले ने अब एक बड़े और सुनियोजित सेक्स रैकेट की परतें खोल दी हैं। यह मामला न केवल एक व्यक्तिगत अपराध की कहानी है, बल्कि एक संगठित आपराधिक गिरोह की गहराइयों तक जा पहुंचा है, जिसमें हाई-प्रोफाइल लोग भी शामिल हो सकते हैं।
पुलिस जांच में सामने आया है कि सिगरा स्थित एक कैफे की आड़ में चल रहे इस रैकेट के मास्टरमाइंड अनमोल गुप्ता के पास से 546 न्यूड वीडियो और 100 से अधिक अश्लील तस्वीरें बरामद हुई हैं। यह सामग्री उत्तर प्रदेश समेत 6 राज्यों में ग्राहकों को भेजी जाती थी। यह कैफे अपराध का अड्डा बन चुका था।
सेक्स रैकेट का खुलासा: मोबाइलों में छुपा था शर्मनाक सच
पुलिस ने 23 में से 12 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। जांच में पाया गया कि वीडियो उसी कैफे में रिकॉर्ड किए गए थे, जिसे अनमोल गुप्ता संचालित करता था। आरोपी के दो आईफोन से पुलिस को ग्राहकों की डेटा शीट, अश्लील वीडियो और तस्वीरें मिली हैं। सभी मोबाइलों को फोरेंसिक जांच के लिए आगरा भेजा गया है।
पिता भी सेक्स रैकेट का आरोपी
अनमोल गुप्ता इस रैकेट का सरगना बताया गया है। उसका पिता शरद गुप्ता भी दिसंबर 2022 में ऐसे ही एक केस में गिरफ्तार हो चुका है। दोनों को कोर्ट से जमानत मिलने के बाद फिर से यह धंधा शुरू कर दिया गया। पुलिस को संदेह है कि अनमोल ने सिगरा थाना पुलिस से साठगांठ कर अपराध को संरक्षण दिया।
पीड़िता की हालत चिंताजनक
छह दिन तक आरोपियों के चंगुल में रही पीड़िता मानसिक रूप से टूट चुकी है। परिजनों के मुताबिक वह कुछ नहीं बोल रही है, कभी रोने लगती है, कभी चुपचाप बैठी रहती है। पंडित दीनदयाल अस्पताल में उसका ब्लड सैंपल लिया गया है और दवाएं दी गई हैं।
गिरफ्तारी और 41 जगहों पर छापेमारी
पुलिस ने अब तक 12 लोगों को गिरफ्तार किया है, जिनमें रेहान, जाहिर और मोहम्मद रजा भी शामिल हैं। आरोपियों ने कबूल किया कि वे नशे में वारदात को अंजाम देते थे। एसीपी चेतगंज गौरव कुमार ने 41 जगहों पर छापेमारी की और 100 से ज्यादा सीसीटीवी फुटेज खंगाले हैं।
PM मोदी ने मांगी रिपोर्ट
वाराणसी पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एयरपोर्ट पर पुलिस कमिश्नर से मामले की पूरी जानकारी ली। उन्होंने सख्त निर्देश दिया कि कोई भी दोषी बचना नहीं चाहिए। इस निर्देश के बाद जांच की रफ्तार तेज हो गई है।
सिगरा पुलिस की भूमिका पर सवाल
स्थानीय लोग आरोप लगा रहे हैं कि सिगरा थाना पुलिस की मिलीभगत के बिना इतना बड़ा रैकेट नहीं चल सकता। कॉन्टिनेंटल कैफे को सील कर दिया गया है, लेकिन अब पुलिस की भूमिका को लेकर भी जांच की मांग उठ रही है।
क्या है पूरा मामला?
वाराणसी में एक 19 वर्षीय छात्रा के साथ गैंगरेप की दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जिसने पूरे शहर को हिला कर रख दिया है। 29 मार्च को पीड़िता अपने दोस्त के घर से लौटते समय अचानक लापता हो गई थी। इसी दौरान राज विश्वकर्मा नामक एक युवक ने उसे झांसे में लेकर अपने लंका स्थित एक कैफे में ले गया, जहां उसके साथ पहली बार दुष्कर्म किया गया। इसके बाद पीड़िता को लगातार छह दिनों तक नशीली दवाएं देकर बेहोशी की हालत में होटल, हुक्का बार और सिगरा स्थित कॉन्टिनेंटल कैफे जैसे स्थानों पर ले जाया गया। वहां अलग-अलग समय पर कुल 23 लोगों ने उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया।
इस दौरान पीड़िता पूरी तरह मानसिक और शारीरिक रूप से टूट चुकी थी। 4 अप्रैल को जब दरिंदों ने उसे बेसुध हालत में सड़कों पर फेंक दिया, तब उसकी हालत बेहद नाजुक थी। स्थानीय लोगों ने जब उसे देखा तो पुलिस को सूचना दी गई। इसके दो दिन बाद, 6 अप्रैल को पीड़िता के परिवार ने थाने में जाकर एफआईआर दर्ज कराई, जिसके बाद पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच तेज कर दी और अब तक कई अहम खुलासे कर चुकी है।