Mangal Gochar 2025 : ग्रहों के सेनापति माने गए मंगल ग्रह 3 अप्रैल, 2025 की रात 1 बजकर 56 मिनट से चंद्रमा की राशि कर्क में गोचर करेंगे। वैदिक ज्योतिष के अनुसार, कर्क राशि में मंगल नीच के हो जाते हैं। मंगल जमीन, जायदाद, मकान जैसे अचल संपत्ति और वाहन जैसे चल संपत्ति, साहस, वीरता, आत्मविश्वास, सेना, युद्ध, पुलिस, बिजली, पराक्रम, भाई, प्रशासनिक नेतृत्व आदि के कारक यानी स्वामी और नियंत्रक ग्रह हैं।
मंगल ग्रह जब नीच के हो जाते हैं, तो इन सभी पहलुओं और सेक्टर पर व्यापक और गंभीर असर पड़ता है। आपको बता दें कि जब मंगल नीच के हो जाते हैं, वे बलहीन यानी कमजोर हो जाते हैं। इस अवस्था में वे शुभ फल नहीं दे पाते हैं।
मंगल के नीच होने का प्रभाव
जब मंगल कर्क राशि में आते हैं, तो वे अपनी स्वाभाविक शक्ति खो देते हैं। भूमि, मकान, संपत्ति और वाहन से जुड़े विवाद बढ़ सकते हैं। निर्णय लेने की क्षमता प्रभावित हो सकती है, जिससे मानसिक अस्थिरता बनी रह सकती है।
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मंगल के कमजोर होने से साहस और आत्मविश्वास में कमी आ सकती है। भाई-बहनों के बीच तनाव और संबंधों में खटास आ सकती है। चोट, जलन, रक्त संबंधी रोग और मानसिक तनाव जैसी समस्याएं बढ़ सकती हैं।
नीच मंगल का राशियों पर नेगेटिव असर
ज्योतिषाचार्यों के अनुसार, जब मंगल ग्रह 3 अप्रैल 2025 से कर्क राशि में नीच के हो जाएंगे, तो कई राशियों के लिए नकारात्मक प्रभाव डालेंगे, लेकिन, विशेष रूप से 3 राशियां ऐसी हैं, जिनके लिए यह समय बेहद चुनौतीपूर्ण साबित हो सकता है। इन राशियों को धन हानि, करियर में उतार-चढ़ाव, पारिवारिक कलह और मानसिक तनाव जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। आइए जानते हैं, ये 3 अनलकी राशियां कौन-सी हैं?
मेष राशि
मंगल मेष राशि के स्वामी हैं, लेकिन उनके नीच के हो जाने से इन राशियों के जातकों भारी प्रभाव पड़ेगा। करियर में रुकावटें आएंगी, प्रमोशन या सैलरी बढ़ोतरी में देरी हो सकती है। व्यापारियों के लिए यह समय कठिनाइयों से भरा रहेगा, धन हानि हो सकती है। परिवार में वाद-विवाद बढ़ सकते हैं, विशेषकर माता-पिता से मतभेद हो सकता है। स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं, जैसे सिरदर्द, रक्तचाप और पेट से जुड़ी परेशानियां हो सकती हैं। क्रोध और चिड़चिड़ापन बढ़ सकता है, जिससे रिश्ते बिगड़ सकते हैं।
कर्क राशि
मंगल इस राशि में नीच के हो रहे हैं, जिससे इन राशियों के जातकों पर सबसे अधिक नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। मानसिक तनाव बढ़ सकता है, छोटी-छोटी बातों पर झगड़े होने की संभावना है। धन की तंगी महसूस हो सकती है, अनावश्यक खर्चे बढ़ सकते हैं। कार्यक्षेत्र में विरोधियों से सतर्क रहने की जरूरत है, कोई आपके खिलाफ षड्यंत्र कर सकता है। पारिवारिक जीवन में अशांति रहेगी, माता से विशेष रूप से विवाद हो सकता है। स्वास्थ्य समस्याएं जैसे अपच, पेट दर्द, अनिद्रा और ब्लड प्रेशर की शिकायत हो सकती है। शांत और संयमित रहें, क्रोध करने से बचें।
वृश्चिक राशि
वृश्चिक राशि भी मंगल ग्रह द्वारा शासित होती है, इसलिए मंगल के नीचस्थ होने से बड़ी परेशानियां हो सकती हैं। आय में कमी आ सकती है और खर्चे बढ़ सकते हैं। व्यापारियों को निवेश में सतर्कता बरतनी होगी, नुकसान हो सकता है। पारिवारिक संबंधों में तनाव रहेगा, खासकर दांपत्य जीवन में कठिनाइयां आ सकती हैं। कोर्ट-कचहरी से जुड़े मामलों में परेशानियां हो सकती हैं। सेहत पर ध्यान देने की जरूरत है, चोट, सर्जरी या खून से जुड़ी समस्याएं हो सकती हैं।
समाधान और उपाय
मंगल मंत्र का जाप करें: ‘ॐ अंगारकाय नमः’ मंत्र का रोज़ 108 बार जाप करें।
हनुमान जी की पूजा करें: हर मंगलवार हनुमान चालीसा का पाठ करें और बूंदी का प्रसाद चढ़ाएं।
लाल रंग के वस्त्र धारण करें: लाल रंग मंगल ग्रह का प्रतीक है, इससे सकारात्मक ऊर्जा मिलती है।
तांबे का कड़ा पहनें: तांबा मंगल से संबंधित धातु है, इससे ऊर्जा में वृद्धि होती है।
मसूर की दाल और गुड़ का दान करें: मंगलवार को किसी जरूरतमंद को मसूर की दाल और गुड़ दान करें।