Modi Government : बजट से पहले केंद्र सरकार ने किसानों के लिए बड़ा फैसला लिया है. गन्ने से बनने वाले इथेनॉल की कीमत बढ़ाने को मंजूरी दे दी है. इसके अलावा नेशनल क्रिटिकल मिनरल मिशन पर भी मुहर लगाई है. इस मिशन पर 16,300 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे. इसका मकसद देश में खनिज संपदा के सही इस्तेमाल के लिए एक ढांचा तैयार करना है.
कैबिनेट मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया कि सबसे बड़ा फैसला एथेनॉल ब्लेंडिंंग से जुड़ा हुआ है. पेट्रोल में मिलाए जाने वाले इथेनॉल को जहां पहले सरकारी कंपनियां 56.58 रुपये प्रति लीटर में खरीदती थीं, अब कंपनियां यही इथेनॉल 57.97 प्रति लीटर में खरीदेंगी. यानी इसकी कीमत में 3 फीसदी का इजाफा किया गया है. इसका लाभ किसानों तक पहुंंचाया जाएगा.
बजट 2024-25 में सरकार ने खनिज मिशन की घोषणा की थी। जानकारी के अनुसार इस मिशन के माध्यम से भारत का लक्ष्य तांबे और लिथियम जैसे महत्वपूर्ण खनिजों के घरेलू उत्पादन और पुनर्चक्रण को बढ़ावा देना है। इन खनिजों का रक्षा, कृषि, ऊर्जा, दवा, दूरसंचार जैसे क्षेत्रों में रणनीतिक महत्व है।
Also Read – MP में पति ने खेला खूनी खेल, पत्नी को हथौड़े से मारा, फिर पेट्रोल डालकर शव जलाया
अभी इथेनॉल की ये हैं कीमतें
जानकारी के अनुसार इथेनॉल की कीमतें 2022-23 इथेनॉल आपूर्ति वर्ष (नवंबर-अक्तूबर) के बाद से नहीं बढ़ाई गई थीं। गन्ने के रस, बी-हैवी गुड़ और सी-हैवी गुड़ से उत्पादित इथेनॉल की वर्तमान दरें क्रमशः 65.61 रुपये, 60.73 रुपये और 56.28 रुपये प्रति लीटर हैं।
बजट से पहले सरकार ने कृषि क्षेत्र के लिए किया ये ऐलान
केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि बैठक में कृषि योजनाओं के लिए 1.01 लाख करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं। इन योजनाओं में पीएम-राष्ट्रीय कृषि विकास योजना और कृषोन्नति योजना शामिल है। इसके अलावा नेशनल मिशन ऑन एडिबल ऑयल्स – ऑयलसीड्स के लिए 10103 करोड़ रुपये अलग से आवंटित किए गए हैं।