Rashtriya Ekta News : मध्यप्रदेश की हरियाली में रहने वालों में आधे से ज्यादा लोग अन्नदाता है। खेती-किसानी पर निर्भर प्रदेश के निवासियों को जीवनयापन करने में सहायता देने के लिए राज्य सरकार द्वारा कई योजनाए चलाई जाती है। सीएम किसान कल्याण योजना से मिल रहे आर्थिक सहायता से किसानों को काफी फायदा मिल रहा है। इसके आलावा किसानों को सुविधा देने के लिए एमपी किसान एप की शुरुआत की गई है।
इसकी मदद से भूमि की जानकारी, खसरा, खतौरी और नक्शे की कॉपी भी प्राप्त कर सकते है। इसके आलावा बहुत कुछ है जो आप घर बैठे ही कर सकते है और बार-बार सरकारी दफ्तरों के चक्कर काटने से बच सकते है। फरवरी 2019 में शुरू हुई एमपी किसान एप को कृषि विभाग के माध्यम से कृषि सहकारिता और किसान कल्याण विभाग द्वारा लागु किया गया है। इसकी मदद से छोटे-बड़े सभी किसान अपने व्यवसाय में मुनाफा कमा सकते है और आसानी से सरकार की योजनाओ से जुड़ सकते है।
किसानों को सरकारी योजनाओं से जोड़ने के लिए मध्यप्रदेश गवर्मेंट ने एमपी किसान एप की शुरुआत की। इसकी मदद से सरकारी योजनाओं की जानकारी, मंडी की दरें, मौसम की जानकारी, खुद से ही अपनी जमीन का सीमांकन करने की सुविधा, फसल बिमा से सम्बंधित जानकारी और आवेदन एप के जरिए आसानी से किया जा सकता है। इसके साथ ही बदलते मौसम के चलते या अन्य कारणों से नुकशान फसल पर मुआवजा, किसान क्रेडिट कार्ड और कृषि ऋण लेने में भी सुविधा मिलती है।
ऐसे करें एप का इस्तेमाल
सबसे पहले गूगल प्ले स्टोर से एमपी किसान एप को डाउनलोड करें।
एमपी किसान एप पर लॉगिन करें।
लॉगिन कर फसल स्व-घोषणा, दवा आपत्ति विकल्प पर क्लिक कर अपने खेत को जोड़ सकते है।
अकाउंट जोड़ने के लिए प्लस ऑप्शन पर क्लिक कर जिला, ग्राम, खसरा आदि का चयन कर एक या उससे अधिक अकाउंट को जोड़ा जा सकता है।
अकाउंट जोड़ते ही अकाउंट के सभी खसरा की जानकारी एप पर मिल जाएगी।
मिली खसरा जानकारी में से किसी भी खसरे पर क्लिक करने पर एआई के जरिए संभावित फसल की जानकारी मिल जाएगी।
किसान की सहमति होने पर एक क्लिक से फसल की जानकारी को दर्ज किया जा सकता है।