MP Weather Update : मध्य प्रदेश के 46 जिलों से मानसून ने विदाई ले ली है। शुक्रवार को 11 जिलों से मानसून लौट गया। मानसूनी की वापसी के बाद भी प्रदेश के कुछ जिलों में बारिश की गतिविधियां बन रही हैं। अरब सागर में गहरा रहा कम दबाव का क्षेत्र एवं राजस्थान पर प्रति चक्रवात बनने के कारण ऐसा हो रहा है। यही कारण है कि मानसून की विदाई के बीच कुछ शहरों में झमाझम वर्षा भी हो रही है।
शुक्रवार को इंदौर, हरदा, खरगोन, खंडवा, बड़वानी, धार, मंडला, सिवनी और पचमढ़ी में बारिश हुई। हरदा जिले के सिराली क्षेत्र में तो एक घंटे की तेज बारिश हुई। उधर शुक्रवार को 12 जिलों नरसिंहपुर, जबलपुर, कटनी, उमरिया, अनूपपुर, सतना, मैहर, सीधी, मऊगंज, रीवा, शहडोल एवं सिंगरौली जिले से मानसून वापस हो गया है। गौरतलब है कि पांच अक्टूबर तक प्रदेश के 34 जिलों से मानसून वापस हो चुका था।
यहां बारिश के आसार
मध्य प्रदेश के कुछ जिलों में हो रही बारिश के बारे में मौसम विशेषज्ञों ने कहा कि मौसम का इस तरह का मिजाज अभी तीन-चार दिन तक बना रह सकता है। भोपाल, सागर और उज्जैन संभाग के जिलों में भी गरज-चमक के साथ हल्की वर्षा होने के आसार दिख रहे हैं।
एक्टिव हैं मानसून के ये सिस्टम
वर्तमान में महाराष्ट्र और उससे लगे अरब सागर पर गहरा कम दबाव का क्षेत्र बना है। महाराष्ट्र से केरल तक एक द्रोणिका बनी हुई है, जो गहरे कम दबाव के क्षेत्र से होकर गुजर रही है। पाकिस्तान और उससे लगे जम्मू पर हवा के ऊपरी भाग में चक्रवात बना हुआ है। जबकि राजस्थान पर एक प्रति चक्रवात बना हुआ है। चक्रवात के कारण विपरीत प्रकृति की हवाएं आ रही हैं। इस वजह से प्रदेश के दक्षिणी भाग में गरज-चमक के साथ वर्षा हो रही है।