Rashtriya Ekta News : मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव की अध्यक्षता में हुई राज्य सैनिक बोर्ड की 20वीं बैठक सैनिकों के हित में कई महत्वपूर्ण निर्णय हुए. युद्ध और आतंकी हमले, आर्मी ऑपरेशन में दिव्यांग हुए सैनिक को एक करोड़ रुपए तक की मदद मिलेगी. मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने बैठक के दौरान कहा कि भूतपूर्व सैनिकों का कल्याण राज्य सरकार की प्राथमिकता है.
राज्य सरकार ने फैसला किया कि अब युद्ध और आतंकी हमले, आर्मी ऑपरेशन में दिव्यांग हुए सैनिक को एक करोड़ रुपए तक की मदद मिलेगी. पहले ये राशि 10 लाख रुपये थी. शाहीद के माता-पिता को मिलने वाला मासिक अनुदान दुगना होगा. शाहिद और दिव्यांग सैनिकों की बहन और बेटी के विवाह के लिए 10, 000 की जगह अब 51, 000 की राशि दी जाएगी.
सैनिक परिवार के मध्य प्रदेश निवासी माता-पिता, जिनकी बेटी सशस्त्र सेना में हो उन्हें भी प्रत्येक वर्ष 10,000 की जगह अब दुगनी सम्मान निधि देने की घोषणा की गई है. एमपी में 70, 000 भूतपूर्व सैनिक 30, 000 वर्तमान सैनिकों के साथ ही सैनिक परिवारों के सदस्यों की संख्या मिलाकर लगभग चार लाख लोग निवासरत हैं. प्रदेश भर में 24 जिला सैनिक कार्यालय कार्यरत हैं. साथ ही सैनिकों की रहवास सुविधा के लिए 17 आराम गृह भी संचालित हैं.