देशभर में आज महाशिवरात्रि का त्योहार धूमधाम से मनाया जा रहा है। भक्त मंदिरों के बाहर आधी रात से खड़े हैं, ताकि महादेव के दर्शन कर सकें। उज्जैन महाकाल के पट मंगलवार रात 2:30 बजे खोले गए थे और सुबह 4:30 बजे मंगला आरती की गई।
वहीं, वाराणसी स्थित काशी विश्वनाथ मंदिर में भी चारों पहर की आरती की जाएगी और साथ में झांकी भी चलती रहेगी। गुजरात का श्री सोमनाथ ज्योतिर्लिंग भी आज सुबह 4 बजे से खुला और अगले 42 घंटों तक भक्तों के लिए खुला रहेगा इनके अलावा देश के अन्य बड़े मंदिरों तथा ज्योतिर्लिंगों में भी महाशिवरात्रि के लिए भव्य आयोजन किए गए हैं।
उज्जैन महाकाल
उज्जैन में महाकालेश्वर (महाकाल मंदिर) के पट मंगलवार रात 2.30 बजे खुले। सुबह 4 बजे मंगला आरती की गई। अगले 44 घंटे तक भक्त बिना अनुमति के भगवान महाकाल के दर्शन कर सकेंगे।
महाशिवरात्रि पर चारों पहर की आरती के दौरान भी श्री काशी विश्वनाथ महादेव का झांकी दर्शन चलता रहेगा। सप्तऋषि और श्रृंगार आरती नहीं होगी। गुजरात में प्रथम ज्योतिर्लिंग श्री सोमनाथ महादेव मंदिर आज सुबह 4 बजे से लगातार 42 घंटे तक श्रद्धालुओं के लिए खुला है।
दूल्हे की तरह सजे बाबा विश्वनाथ
हाथ में गदा-त्रिशूल। हाथी-घोड़े की सवारी। शरीर पर भस्म और फूलों की माला। हर-हर महादेव का उद्घोष। काशी में कुछ इस अंदाज में 7 शैव अखाड़ों के करीब 10 हजार से ज्यादा नागा साधु बाबा विश्वनाथ का दर्शन करने के लिए पहुंच रहे हैं।
लाखों की संख्या में भक्त नागा संतों का आशीर्वाद लेने के लिए रात से ही सड़क किनारे खडे़ हैं। सबसे पहले जूना अखाड़े के नागा संन्यासी मंदिर पहुंचे। महामंडलेश्वर अवधेशानंद भी साथ हैं।
इधर, मंदिर के बाहर आधी रात से ही भक्तों की लाइनें लगी हुई हैं। करीब 2 लाख भक्त 3km लंबी कतार में लगे हैं। तड़के 2:15 बजे बाबा विश्वनाथ की मंगला आरती हुई। बाबा विश्वनाथ का दूल्हे की तरह श्रृंगार किया गया।
इसके बाद, मंदिर के कपाट भक्तों के लिए खोल दिए गए। मंगला आरती के दौरान प्रवेश रोकने पर श्रद्धालुओं ने हंगामा कर दिया। उनकी पुलिसकर्मियों से नोकझोंक हो गई। पुलिसकर्मियों ने किसी तरह श्रद्धालुओं को समझाकर शांत कराया।
महाकुंभ पर महाशिवरात्रि का यह संयोग 6 साल बाद बना है। इससे पहले, 2019 के कुंभ में ऐसा संयोग बना था, तब 15 लाख श्रद्धालु काशी पहुंचे थे। कुंभ के बाद महाशिवरात्रि की खास बात यह रहती है कि शैव अखाड़े के नागा साधु भी बाबा का दर्शन करने आते हैं।
8 मार्च 2024, यानी पिछले साल शिवरात्रि पर 11 लाख श्रद्धालुओं ने बाबा के दर्शन किए थे। आज 25 लाख लोगों के पहुंचने का अनुमान है।
भक्तों ने किया जलाभिषेक
झारखंड के देवघर में श्री बाबा बैद्यनाथ ज्योतिर्लिंग मंदिर में भक्तों ने जलाभिषेक किया। भीड़ के बावजूद भी लोगों में उत्साह जारी है।
वाराणसी में संतों पर पुष्प वर्षा
वाराणसी के काशी विश्वनाथ मंदिर में महाशिवरात्रि के पावन पर्व पर संतों पर की जा रही है पुष्प वर्षा।
अयोध्या में भी महाशिवरात्रि की धूम
महाशिवरात्रि पर श्रद्धालुओं ने अयोध्या की सरयू नदी के तट पर पूजा-अर्चना और पवित्र स्नान किया। देखें वीडियो।