India-Bangladesh Match : भारत और बांग्लादेश के बीच 3 मैचों की टी20 सीरीज 6 अक्टूबर से शुरू होने जा रही है. इसका पहला मुकाबला ग्वालियर में खेला जाना है. हिंदू महासभा के कार्यकर्ताओं ने मध्य प्रदेश के ग्वालियर शहर में विरोध प्रदर्शन किया और 6 अक्टूबर को होने वाले भारत-बांग्लादेश क्रिकेट मैच को रद्द करने की मांग की.
पड़ोसी देश में हिंदुओं के खिलाफ ‘अत्याचार’ के खिलाफ यह विरोध प्रदर्शन किया गया. अब दक्षिणपंथी संगठन ने 6 अक्टूबर को ग्वालियर बंद का आह्वान किया है. शहर के पुलिस अधीक्षक (CSP) अशोक जादौन ने कहा कि बिना अनुमति के प्रदर्शन करने के लिए महासभा के 20 कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया गया है और निवारक कार्रवाई की जा रही है.
उन्होंने कहा कि प्रदर्शनकारी स्टेडियम जाने की योजना बना रहे थे. हिंदू महासभा के उपाध्यक्ष जयवीर भारद्वाज ने केंद्र सरकार और बीसीसीआई से 6 अक्टूबर को ग्वालियर में होने वाले टी20 मैच को रद्द करने की अपील की है. महासभा के कार्यकर्ताओं ने मैच के विरोध में दौलतगंज इलाके से जुलूस निकाला.
भारत और बांगलादेश के बीच होने जा रहे अंतर्राष्ट्रीय टी-20 क्रिकेट मैच को ध्यान में रखते हुए कलेक्टर एवं जिला दंडाधिकारी रुचिका चौहान ने भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता की धारा-163 के तहत अहम प्रतिबंधात्मक आदेश जारी किया है. उन्होंने पुलिस अधीक्षक के प्रतिवेदन के आधार पर ग्वालियर जिले की सीमा में लोक शांति, आमजन व परिसम्पत्ति की सुरक्षा एवं कानून व्यवस्था बनाए रखने के उद्देश्य से यह प्रतिबंधात्मक आदेश जारी किया है. यह आदेश 7 अक्टूबर तक प्रभावशील रहेगा. आदेश में यह भी साफ किया गया है कि आदेश का उल्लंघन करने पर भारतीय न्याय संहिता की धारा-223 एवं आयुध अधिनियम के अंतर्गत दण्डनीय अपराध होगा.
दरअसल, ग्वालियर में हिंदू संगठन भारत-बांग्लादेश मैच का विरोध कर रहे हैं. इसके चलते पुलिस को बांग्लादेश के खिलाड़ियों की सुरक्षा देना बड़ा मुद्दा और चुनौती बन गई है. गुरुवार को बांग्लादेश की टीम एयरपोर्ट पहुंची तो खिलाड़ियों को पीछे के दरवाजे से होटल तक पहुंचाया गया. बांग्लादेश में सत्ता परिवर्तन के बाद से लगातार अल्पसंख्यक हिंदुओं के खिलाफ अत्याचार की खबरें आ रही हैं. इससे हिंदू संगठन आहत है और वह मैच का विरोध कर रहे हैं. लिहाजा मैच के दौरान 4 हजार जवान और अधिकारियों की ड्यूटी लगाई जाएगी.