Indore News : ‘आयुष्मान भारत योजना’ के तहत मुफ्त इलाज देने वाले मध्यप्रदेश के इंदौर के कई बड़े और नामचीन निजी अस्पताल अब जांच के दायरे में आ गए हैं। भोपाल से आई एक विशेष टीम ने इन अस्पतालों में इनकम टैक्स, ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) और सीबीआई (केंद्रीय जांच ब्यूरो) जैसी ही स्टाइल में कई घंटों तक छापामार कार्रवाई की।
इस अचानक हुई कार्रवाई से अस्पताल संचालकों में हड़कंप मच गया। यह ‘छापेमारी’ आयुष्मान कार्डधारी मरीजों के इलाज से जुड़े रिकॉर्ड की ऑनलाइन जांच और योजना से संबंधित अनुबंध की शर्तों के सत्यापन के लिए की गई है। छापेमारी में यह पता लगाने की कोशिश की गई कि निजी अस्पतालों ने मरीजों के इलाज के दौरान खर्च की गई राशि के क्लेम में कोई अनियमितता, गड़बड़ी या धांधली तो नहीं की है। सरकार द्वारा खर्च किए गए करोड़ों रुपयों का सही इस्तेमाल हुआ है या नहीं, इसी की पड़ताल की गई है।
13 टीमों ने एक साथ की कार्रवाई
भोपाल से आए कुछ अधिकारी एक दिन पहले ही इंदौर पहुंच गए थे, जबकि बाकी टीम बाद में इंदौर पहुंची। इस विशेष टीम में भोपाल से करीब 12 अधिकारी शामिल थे। इसके अलावा इंदौर के स्थानीय आयुष्मान योजना नोडल कार्यालय से भी लगभग 14 अधिकारियों को लेकर कुल 13 टीमें बनाई गईं। प्रत्येक टीम में दो-दो अधिकारी शामिल थे और उन्हें लगभग 5-5 निजी अस्पतालों में अचानक सत्यापन की जिम्मेदारी सौंपी गई थी।
कार्रवाई के दौरान आयुष्मान भारत योजना के मुख्य कार्यपालन अधिकारी (CEO) डॉ. योगेश भरसट भी इंदौर में मौजूद थे। वे कलेक्टर आशीष सिंह के साथ दुर्घटना में घायल मरीजों की कैशलेस योजना के संबंध में एक महत्वपूर्ण बैठक में शामिल थे, जिससे इस सत्यापन अभियान की गंभीरता का अंदाजा लगाया जा सकता है।
इन बड़े अस्पतालों का आयुष्मान रिकॉर्ड जांचा गया
इंदौर के जिन प्रमुख निजी अस्पतालों के आयुष्मान रिकॉर्ड का सत्यापन किया गया, उनमें शहर के कई जाने-माने नाम शामिल हैं। इन अस्पतालों पर आरोप है कि उन्होंने योजना की शर्तों का पालन नहीं किया या इलाज के क्लेम बिलों में हेरफेर की।
ये नाम है शामिल
टी. चोइथराम अस्पताल
सीएचएल केयर (CHL Care)
ओ-2 हॉस्पिटल (O-2 Hospital)
किब्स हॉस्पिटल (Kibs Hospital)
मेडिकेयर स्क्वायर (Medicare Square)
गोकुलदास अस्पताल
राजश्री अपोलो वेदांत हॉस्पिटल
सलूजा आई केयर (Saluja Eye Care)
भंडारी अस्पताल
इंडेक्स हॉस्पिटल (Index Hospital)
गीता भवन एमिनेंट
शंकर आई हॉस्पिटल
वर्मा यूनियन
बांठिया हॉस्पिटल एसएनजी (Banthia Hospital SNG)
वी-वन हॉस्पिटल (V-One Hospital)।
सत्यापन टीम में शामिल थे विशेषज्ञ अधिकारी
यह कोई सामान्य जांच नहीं थी। भोपाल से आई सत्यापन टीम में अनुभवी और विशेषज्ञ अधिकारी शामिल थे।
टीम में ये अधिकारी रहे शामिल
इस अचानक हुई सत्यापन कार्रवाई में भोपाल के डॉ. इंद्रजीत सिकरवार, डॉ. अरविंद गढ़वाल, डॉ. नवीन दीवान, डॉ. रोहित पंत, डॉ. रविंदर पाल, डॉ. अंकित सिंह परिहार, डॉ. ऋषिराज सिंह, डॉ. अक्षत मंडलोई, डॉ. सुदीप सरकार, डॉ. अविचंद्र गोलाईत, डॉ. धर्मेंद्र राजपूत, डॉ. पवित्रा सेठ जैसे वरिष्ठ अधिकारी शामिल थे। इनके साथ इंदौर के स्थानीय 13 डॉक्टर्स भी इस टीम का हिस्सा थे।