Rashtriya Ekta News : 2011 में शिवकुमार की मौत हो गई थी, रविवार को उनके पैतृक गांव बीघापुर में उनका श्राद्ध कार्यक्रम रखा गया था। इसमें सामिल होने के लिए उनका पूरा परिवार बीघापुर आ रहा था। इसी दौरान औरैया में एक्सप्रेस वे पर एक हादसा हुआ। इस हादसे में शिवकुमार की पत्नी, बेटा, बहू समेत 4 लोगों की मौत हो गई। इस हादसे की जानकारी पुलिस ने परिवार वालों को दी।
मां, भाई, पत्नी और बेटे की मौत पर अंकित बताते हैं कि वो इन लोगों को शनिवार सुबह अपने भाई पीयूष के घर छोड़ कर गए थे। करीब दोपहर 1 बजे देहरादून से बहू रीना का फोन आया। रीना ने बताया कि किसी अनजान नंबर से फोन करके हादसे की जानकारी दी गई। फोन करने वाले ने कहा कि कार में सवार चार लोगों की मौत हो गई है, जल्दी से घटनास्थल पर पहुंचे। रीना से जब अंकित ने नंबर लेकर बात की तो पुलिस ने हादसे की जानकारी दोहराई।
जानकारी के मुताबिक, ये हादसा उत्तर प्रदेश के औरैया में एक्सप्रेस वे पर डंपर के खड़े होने की वजह से हुआ था। इसपर परिवार का कहना है कि इस तरह के हादसे ना हों इसके लिए एक्सप्रेस वे पर गाड़ियां ना खड़ी करें। मौत पर अंकित ने सरकार से मुआवजे की मांग की है, जल्द ही वो रिपोर्ट दर्ज करवाने वाले हैं।
हादसे में जान गंवाने वाले पीयूष की दो साल की बेटी ओमीषा है। पिता की मौत से बेखबर मासूम पूरा दिन अपने पिता को तलाशती रही। उसको शांत कराने के लिए फोन में पिता की फोटो दिखानी पड़ रही है। इस हादसे में जान गंवाने वाले आरव को याद को याद करके उनके पिता रोने लगते हैं।
आरव के पिता का कहना है कि आरव फोन पर बात नहीं करता है लेकिन इस दौरान उसने फोन पर बात की, और उसके आखिरी शब्द थे कि कि पापा मैं जा रहा हूं। अंकित बेटे को याद करके कहते हैं कि बढ़ती उम्र के साथ वो मेरा दोस्त बनता जा रहा था। उन्होंने अपने परिवार को खोने पर कहा कि हाईवे पर इस तरह के हादसों को रोकने के लिए कुछ सख्त कदम उठाने चाहिए।