Indore News : इंदौर में कोरोना अब डराने लगा है। इसके संक्रमित लोगों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। एक ही दिन में कुल 12 कोरोना के नए मरीज मिले हैं। वहीं, केवल 16 दिन में ही कोरोना के मरीज 10 गुना हो गए हैं। स्वास्थ्य विभाग भले ही मरीजाें में कोरोना के हल्के लक्षण होने की बात कर रहा है, लेकिन इनकी संख्या पिछले कुछ दिनों में तेजी से बढ़ी है उससे संकेत कुछ और ही मिल रहे हैं।
इंदौर में मिले नए वेरिएंट के मरीज
इंदौर में BA.2 जैसे ओमिक्रोन वेरिएंट की XFG और LF.7.9 सब-लाइनेज सामने आ रही हैं। फिलहाल केवल उन्हीं लोगों की जांच की जा रही है, जिनमें कोरोना के लक्षण हैं। स्वास्थ्य विभाग स्थिति पर लगातार नजर बनाए हुए है। फिर भी कोरोना पीड़ितों की संख्या लगातार बड़ रही है। इसको लेकर ऐसा बताया जा रहा है कि इंदौर के बाहर से आने वाले मरीजों की संख्या ज्यादा है, जबकि इंदौर के लोग भी बड़ी संख्या में संक्रमित हुए हैं।
12 नए मरीज मिले कोरोना के, दो मौतें भी
इंदौर में कोरोना संक्रमण के मामले में शनिवार को 12 नए मरीजों में संक्रमण की पुष्टि हुई है। इनमें नीमच का एक कैंसर पीड़ित व्यक्ति भी शामिल है। इसके साथ ही इंदौर में कोरोना के कुल मामलों की संख्या बढ़कर 50 हो गई है। इनमें 9 मरीज अन्य जिलों से हैं। शनिवार को ही खरगोन की 44 वर्षीय महिला की कोरोना से मौत की खबर भी सामने आई थी। यह इंदौर में कोरोना से हुई दूसरी मौत है। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, फिलहाल शहर में कुल 26 मरीज सक्रिय हैं।
कैंसर का इलाज करा रहा था नीमच का मरीज
नए मामलों में 6 पुरुष और 6 महिलाएं शामिल हैं, जिनकी उम्र 18 से 72 वर्ष के बीच है। इनमें से चार मरीजों ने हाल-फिलहाल में कहीं यात्रा नहीं की थी, जबकि अन्य ने गोवा, दिल्ली, पुणे और वियतनाम की यात्रा की थी। संक्रमितों में से एक महिला हाल ही में इंदौर में एक शादी समारोह में शामिल हुई थी।
एक कोरोना पॉजिटिव महिला नहीं मिल रही
स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, 18 वर्षीय एक महिला मरीज से अभी तक संपर्क नहीं हो पाया है। वहीं नीमच का 43 वर्षीय कैंसर मरीज, जो इलाज के लिए इंदौर आया था, उसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद उसे औरोबिंदो अस्पताल में भर्ती किया गया है।
संक्रमण का स्त्रोत – यात्रा और स्थानीय स्तर दोनों
स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि नए मामलों से स्पष्ट होता है कि शहर में संक्रमण का फैलाव यात्रा के माध्यम से भी हो रहा है और स्थानीय स्तर पर भी। इसलिए टेस्टिंग, कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग और सावधानी बेहद जरूरी है।
मरीजों में लक्षण हल्के, घबराने की जरूरत नहीं
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (CMHO) डॉ. बी.एस. सैत्या के अनुसार, अधिकांश मरीजों में हल्के लक्षण पाए गए हैं और उन्हें होम आइसोलेशन में रखा गया है। मरीजों की जांच प्राइवेट लैब में हुई है। डॉ. सैत्या ने बताया, “हालांकि केस बढ़ रहे हैं, लेकिन घबराने की जरूरत नहीं है। सभी मरीजों की हालत सामान्य है और वे घर पर ठीक हो रहे हैं।
चार और मरीज हुए ठीक, होम आइसोलेशन से छुट्टी
शनिवार को चार और मरीजों को होम आइसोलेशन से छुट्टी दी गई है। कोविड गाइडलाइन के मुताबिक, मरीज यदि लगातार तीन दिन तक बुखार से मुक्त रहता है तो सातवें दिन उसे डिस्चार्ज किया जा सकता है। अब तक कुछ मरीज ठीक होकर सामान्य जीवन में लौट चुके हैं। प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे सतर्क रहें और स्वास्थ्य संबंधी सभी नियमों का पालन करें।