Gold crossed 1 lakh : 30 अप्रैल को अक्षय तृतीया है, इससे पहले ही गोल्ड की कीमत आसमान छू रही है। देश में सोने की बढ़ी हुई डिमांड और वैश्विक बाजार में तेजी के चलते सोने की कीमत 1 लाख रुपए पार कर गई है।
10 ग्राम 24 कैरेट सोने का दाम आज यानी, मंगलवार 22 अप्रैल को पहली बार ₹1 लाख रुपए पर पहुंच गया है। एक दिन पहले सोमवार को सोने की कीमत ₹96,670 थी। इधर, चांदी की कीमत ₹342 गिरकर ₹95,900 प्रति किलो हो गई है। सोमवार को चांदी का भाव ₹96,242 प्रति किलो था। चांदी ने 28 मार्च को ₹1,00,934 का ऑल टाइम हाई बनाया था।
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देश की राजधानी दिल्ली में 24 कैरेट 10 ग्राम सोने की कीमत एक दिन में 1650 रुपए बढ़कर 99800 रुपए पर पहुंच गई. इसमें रिटेल बाजार में लगने वाले मेकिंग चार्ज और जीएसटी शामिल नहीं है, अगर इसे भी गोल्ड की कीमत में शामिल कर ले तो दिल्ली में सोने की कीमत 1 लाख रुपए पार पहुंच गई है.
दूसरी और मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज या एमसीएक्स में सोने की वायदा कीमत प्रति 10 ग्राम 98,910 रुपए पर पहुंच गई है जो 5 जून 2025 के लिए सबसे हाई है. सोने में आई तेजी के पीछे कई वजह हैं, जिसमें 30 अप्रैल को आने वाली अक्षय तृतीया और अमेरिका में राजनीतिक तनाव भी एक है. आइए जानते हैं देश के महानगरों में 22 अप्रैल को सोने की कीमत कितने पर पहुंच गई.
US में यू बढ़ी गोल्ड की कीमत
अमेरिका में राजनीतिक तनाव के बीच सुरक्षित निवेश के लिए गोल्ड की डिमांड बढ़ी है. दरअसल अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने फेडरल रिजर्व के अध्यक्ष जेरोम पॉवेल की सोशल मीडिया पर आलोचना की, जिस वजह से अमेरिका में गोल्ड की कीमत 1.7% बढ़कर 3,482.26 डॉलर प्रति औंस पर पहुंच गया. इसके साथ ही अमेरिकी सोना वायदा में भी 2 प्रतिशत बढ़कर 3,492.60 डॉलर प्रति औंस पर पहुंच गया.
इसके साथ ही ईसीबी (यूरोपीय सेंट्रल बैंक) ने ब्याज दरों में 25 आधार अंकों की कटौती की, जिससे सोने की कीमत तेज हुई हैं. वहीं अमेरिका और चीन के बीच चलने वाले ट्रेड वार ने भी सोने की कीमतों को मजबूती प्रदान की है. साथ ही आने वाले दिनों में सोना कई दूसरे कीर्तिमान भी बना सकता है.
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2025 में सोने में आई इतनी तेजी
डीवीपी रिसर्च के प्रथमेश माल्या ने बताया कि इस साल में सोने की कीमतों में 30 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी हुई है. उन्होंने बताया कि ट्रेड वार के चलते बाजार में घबराहट है और दुनिया के शेयर बाजारों में अनिश्चिता बनी हुई है, जिसके चलते लोग गोल्ड में निवेश करना बेहतर विकल्प समझ रहे हैं.
सोने में तेजी के 3 कारण
अमेरिका की टैरिफ पॉलिसी के कारण ट्रेड वॉर का खतरा बढ़ गया है। इससे इकोनॉमी के बढ़ने की रफ्तार धीमी हो सकती है। ग्लोबल मंदी की आशंका भी बढ गई है। ऐसे में लोग सोने में अपना निवेश बढ़ा रहे हैं। मंदी के समय सोने को सुरक्षित निवेश माना जाता है।
डॉलर के मुकाबले रुपए के कमजोर होने से सोने की कीमतों में तेजी आई है। ऐसा इसलिए क्योंकि जब रुपया कमजोर होता है तो इसे इंपोर्ट करने में ज्यादा पैसे खर्च होते हैं। इस साल रुपए में लगभग 4% की गिरावट आई है, जिससे सोने की कीमतों पर दबाव बढ़ गया है।
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शादियों का मौसम शुरू हो गया है, ऐसे में सोने के गहनों की मांग बढ़ रही है। मुंबई, दिल्ली और चेन्नई जैसे शहरों में ज्वेलर्स ने बताया कि ऊंची कीमतों के बावजूद बिक्री में तेजी है, क्योंकि लोग सोने को निवेश और समृद्धि के प्रतीक के रूप में देखते हैं।
112 दिन में 23,838 रुपए महंगा हो चुका है सोना
इस साल यानी 1 जनवरी से अब तक यानी, 112 दिन में 10 ग्राम 24 कैरेट सोने का दाम 76,162 रुपए से 23,838 रुपए बढ़कर 1 लाख रुपए पर पहुंच गया है। वहीं, चांदी का भाव 86,017 रुपए प्रति किलो से 9,883 रुपए बढ़कर 95,900 रुपए पर पहुंच गया है।
साल के आखिर तक ₹1.10 लाख तक जा सकता है सोना
अमेरिकी-चीन के बीच बढ़ते ट्रेड वॉर और मंदी की आशंकाओं के कारण इस साल सोना 3,700 डॉलर प्रति औंस तक पहुंच सकता है। इंटरनेशनल रेट के हिसाब से कैलकुलेट करें तो भारत में 10 ग्राम सोने के दाम 1.10 लाख रुपए तक जा सकते हैं। विदेशी इन्वेस्टमेंट बैंक गोल्डमैन सैक्स ने ये अनुमान जारी किया है।
आजादी के समय 88.62 रुपए पर था सोना
1947 में जब देश आजाद हुआ था तक सोना 88.62 रुपए प्रति 10 ग्राम पर था जो अब 1 लाख पर है। यानी तब से लेकर अब तक सोना 1127 गुना (112741%) महंगा हो चुका है। 1947 में चांदी का भाव करीब 107 रुपए किलो था और अब ये 95,900 रुपए पर है।