MP Congress : संगठन को मजबूत बनाने के लिए मध्यप्रदेश कांग्रेस डेढ़ साल से मंथन में ही जुटी है। हांलाकि मंत्रणा और रायशुमारी का दौर अब तक पूरा नहीं हो सका है। उधर मूल संगठन को पीछे छोड़ युवा कांग्रेस ने अपने संगठन के चुनाव की तैयारी भी कर ली है। जोशीले और जमीनी पकड़ रखने वाले युवा कार्यकर्ताओं को चुनाव की इस व्यवस्था से फायदा मिलेगा।
नामांकन और स्क्रूटनी के बाद जो उम्मीदवार मैदान में रह जाएंगे वे संगठन के लिए सदस्य जोड़ेंगे, जो चुनाव में उनके मतदाता भी होंगे। युवा कांग्रेस के चुनाव की प्रक्रिया जारी कर दी गई है हांलाकि मतदान की तारीख सदस्यता अभियान के बाद घोषित की जाएगी। इस बार युवा कांग्रेस के चुनाव डिजिकल एप्लीकेशन के जरिए कराए जाएंगे। संगठन ने इसके लिए एप भी तैयार करा लिया है। चुनाव से पहले प्रदेश, जिला, विधानसभा क्षेत्र और ब्लॉक लेवल पर चुनाव होंगे।
युवा कांग्रेस ने अगले नगरीय निकाय, पंचायत के साथ ही विधानसभा और लोकसभा चुनाव की तैयारी को देखते हुए संगठन में कसावट की रूपरेखा बनाई है। युवा कांग्रेस की कार्यकारिणी का कार्यकाल पहले ही समाप्त हो चुका है।
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मूल संगठन यानी मध्यप्रदेश कांग्रेस की नई कार्यकारिणी के गठन के इंतजार में युवा कांग्रेस का पुनर्गठन कई महीनों से अटक रहा था। इस वजह से युवा कार्यकर्ताओं में भी उदासीनता गहरा रही थी। वहीं सक्रिय कार्यकर्ता भी इसे विपरीत प्रभाव संगठन पर पड़ने की आशंका प्रदेश और केंद्रीय पदाधिकारियों के समक्ष जता चुके थे।
डिजिटल एप के जरिए होगा चुनाव का संचालन
अब मध्यप्रदेश युवा कांग्रेस ने संगठन के विस्तार का खाका तैयार कर लिया है। संगठन के चुनाव नए सिरे से कराने के लिए भी रणनीति बनाई जा चुकी है। चुनाव से पहले संगठन में नए सदस्य जोड़ने के काम को भी हरी झंडी मिल चुकी है।
युवा संगठन के चुनाव डिजिटल एप के माध्यम से होंगे। इसके जरिए प्रदेश, जिला, विधानसभा और ब्लॉक स्तर पर कार्यकारिणी तैयार की जाएगी। हांलाकि चुनाव से पहले संगठन के पदाधिकारियों की प्राथमिकता सदस्यता अभियान की है।
जोशीले और जमीनी कार्यकर्ताओं को मौका
गाइडलाइन तैयार की गई है उसमें 18 से 35 साल के युवा ही चुनाव में हिस्सा ले पाएंगे। नामांकन, स्क्रूटनी और सदस्यता के विभिन्न चरणों के बाद चुनाव कराया जाएगा। फिलहाल इसमें 4 से 6 माह लग सकते हैं। इस बार भी सदस्यता के लिए युवा कार्यकर्ताओं को 50 रुपए का शुल्क चुकाना होगा।
पदाधिकारियों का चयन चुनाव के जरिए होगा। पहले की तरह पदाधिकारी नामांकिन नहीं किए जाएंगे यानी अब संगठन में आंतरिक चुनाव नहीं होंगे। इससे मैदानी स्तर पर सक्रिय कार्यकर्ताओं को नेतृत्व का मौका मिलेगा। यह बदलाव कमजोर संगठन में ऊर्जावान युवाओं की भागीदारी बढ़ाने के लिए किया गया है।
कार्यक्रम घोषित, मतदान की तारीख बाद में
युवा कांग्रेस चुनाव के लिए संगठन ने कार्यक्रम भी घोषित कर दिया है। इसके संचालन के लिए राज्य और जोन स्तर पर निर्वाचन अधिकारी भी बनाए गए हैं। डिजिटल एप के माध्यम से 27 अप्रेल से 6 मई के बीच नामांकन होगा। जिसके बाद 7 से 9 मई के बीच इन नामांकनों की स्क्रूटनी होगी और 11 मई को चुनाव मैदान में शेष रहने वाले कार्यकर्ताओं की उम्मीदवारी की अंतिम सूची जारी की जाएगी। उम्मीदवारों के मैदान में आने के बाद सदस्यता अभियान चलेगा और चुनाव की तारीख संगठन की वेबसाइट पर उपलब्ध कराई जाएगी।
बार-बार विवाद टाल रहे कांग्रेस का विस्तार
साल 2023 में विधानसभा चुनाव के बाद जीतू पटवारी को मध्यप्रदेश कांग्रेस की कमान सौंपी गई थी। इसके तुरंत बाद हुए लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को करारी शिकस्त मिली थी। पार्टी प्रदेश में एक भी लोकसभा सीट नहीं जीत पाई थी।
वहीं प्रदेश पदाधिकारियों की घोषणा होते ही विवाद खड़े होते रहे। इस वजह से दो बार पीसीसी चीफ को कार्यकारिणी का विस्तार रोकना पड़ा था। यानी विधानसभा चुनाव के बाद पटवारी अब तक प्रदेश में अपनी टीम भी खड़ी नहीं कर पाए हैं। वहीं आधा दर्जन जिलों में संगठन चलाने जिला अध्यक्ष ही नहीं है। इस स्थिति के कारण संगठन और भी कमजोर हो रहा है।