ईरान और इजरायल के बीच घातक जंग गुरुवार, 19 जून को सातवें दिन में प्रवेश कर गई, दोनों पक्षों ने अपने हमले तेज कर दिए हैं और सीजफायर का नामो-निशान नजर नहीं आ रहा है. एक तरफ टीवी पर लाइव आकर ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्ला खामेनेई ने कहा कि ईरान एकजुट है और वो सरेंडर नहीं करेगा.
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ईरान को सरेंडर करने का अल्टीमेटम दिया था लेकिन खामेनेई ने ऐसा करने से इनकार करते हुए चेतावनी दी कि किसी भी अमेरिकी हमले की गंभीर और अपूरणीय क्षति उठानी पड़ेगी. वहीं अब ईरान-इजरायल युद्ध में कूदने के लिए अमेरिका भी पूरी तरह तैयार दिख रहा है.
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपने सीनियर सहयोगियों से कहा कि उन्होंने ईरान के खिलाफ हमले की योजना को मंजूरी दे दी है, लेकिन यह देखने के लिए फाइनल ऑर्डर को रोक दिया है कि तेहरान अपने परमाणु कार्यक्रम को छोड़ता है या नहीं. इससे पहले, जब ट्रंप से पूछा गया कि क्या अमेरिका ईरान पर इजरायली हमले में शामिल होगा तो उन्होंने कहा, “मैं यह कर सकता हूं, मैं यह नहीं कर सकता.”
भारत ने की ये घोषणा
ईरान के बाद भारत ने भी इजराइल से अपने नागरिकों को निकालने की घोषणा की है. भारतीय नागरिकों को तेल अवीव स्थित दूतावास में पंजीकरण कराने की सलाह दी गई. मिस्र और जॉर्डन की सीमाओं का उपयोग निकास के लिए किया जाएगा.
20 दक्षिण कोरियाई परिवार ईरान से बाहर निकले
इजरायल और ईरान के बीच बढ़ते तनाव के बीच बीस दक्षिण कोरियाई नागरिक और उनके परिवार के सदस्य जमीनी रास्ते से ईरान से बाहर निकलकर सुरक्षित तुर्कमेनिस्तान पहुंच गए हैं. मंत्रालय ने कहा कि अठारह दक्षिण कोरियाई और दो ईरानी परिवार के सदस्य मंगलवार सुबह (स्थानीय समयानुसार) दक्षिण कोरियाई सरकार द्वारा उपलब्ध कराए गए परिवहन के ज़रिए मध्य एशियाई देश की सीमा पार कर गए और अगले दिन राजधानी अश्गाबात पहुंच गए.