Bhopal PM Modi : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देवी अहिल्याबाई होल्कर की 300वीं जयंती पर इंदौर मेट्रो और सतना-दतिया एयरपोर्ट का लोकार्पण किया। अपने संबोधन की शुरुआत उन्होंने मातृशक्ति को प्रणाम करके की।
उन्होंने कहा कि लोकमाता देवी अहिल्याबाई होल्कर, ये नाम सुनकर ही मन में श्रद्धा का भाव उमड़ पड़ता है। उनके महान व्यक्तित्व के बारे में बोलने के लिए शब्द कम पड़ जाते हैं।
देवी अहिल्याबाई प्रतीक है कि जब इच्छा शक्ति होती है, दृढ़ प्रतिज्ञा होती है तो परिस्थितियां कितनी ही विपरीत हों, परिणाम लाकर दिखाया जा सकता है।
उन्होंने कहा कि देवी अहिल्या भारत की विरासत की बहुत बड़ी संरक्षक थीं। जब देश की संस्कृति, मंदिरों पर हमले हो रहे थे, तब लोकमाता ने उनको संरक्षित करने का वीणा उठाया। देश में कई मंदिरों-तीर्थों का पुनर्निर्माण किया।
प्रधानमंत्री ने देवी अहिल्याबाई की जयंती पर इंदौर मेट्रो और सतना-दतिया एयरपोर्ट की शुरुआत भी की। उन्होंने कहा कि ये सभी प्रोजेक्ट मप्र में सुविधाएं बढ़ाएंगे, विकास को गति देंगे और रोजगार के नए अवसर बनाएंगे। इस पवित्र दिवस पर विकास के इन सारे कामों के लिए पूरे प्रदेश को बहुत-बहुत बधाई देता हूं।
इससे पहले मोदी खुली जीप में कार्यक्रम स्थल पहुंचे। इस दौरान हाथ जोड़कर महिलाओं का अभिवादन किया। इसके बाद प्रधानमंत्री ने कार्यक्रम स्थल पर ही आयोजित प्रदर्शनी का अवलोकन किया। इस दौरान उन्होंने महिला बुनकर और ड्रोन दीदी से बात भी की।
देवी अहिल्याबाई ने कई बड़े सामाजिक सुधार किए
महिला सशक्तिकरण महासम्मेलन को संबोधित कर रहे पीएम मोदी ने कहा- देवी अहिल्याबाई को कई बड़े सामाजिक सुधारों के लिए भी हमेशा याद रखा जाएगा। आज अगर बेटियों की शादी की उम्र की चर्चा करें तो हमारे देश के कुछ लोगों को सेक्युलरिज्म खतरे में दिखता है। उनको लगता है ये हमारे धर्म के खिलाफ है। देवी अहिल्या बाई को देखिए। मातृ शक्ति के लिए उस जमाने में बेटियों की शादी के बारे में सोचती थीं। उनकी खुद की शादी कम उम्र में हुई थी। लेकिन उनको पता था, बेटियों के विकास के लिए कौन सा रास्ता होना चाहिए।
देवी अहिल्या ने महेश्वरी साड़ी के लिए नए उद्योग लगाए-मोदी
पीएम ने कहा कि देवी अहिल्या ने विश्व प्रसिद्ध महेश्वरी साड़ी के लिए नए उद्योग लगाए। बहुत कम लोगों को पता होगा कि देवी अहिल्या हुनर की पारखी थीं। वो गुजरात के जूनागढ़ से कुछ कारीगरों को लेकर आईं और महेश्वरी साड़ी का काम आगे बढ़ाया, जो अनेक परिवारों का गहना बन गया। जिससे हमारे बुनकर परिवारों को बहुत फायदा हुआ है।
अहिल्याबाई ने कपास और मसालों की खेती को प्रोत्साहित किया
पीएम मोदी ने कहा कि किसानों की आय बढ़ाने के लिए देवी अहिल्याबाई ने कपास और मसालों की खेती को प्रोत्साहित किया। आज हमें बार-बार किसानों को कहना पड़ता है कि क्रॉप डायवर्सिफिकेशन बहुत जरूरी है। हम केवल धान या गन्ने की खेती करके अटक नहीं सकते। उन्होंने आदिवासियों और घुमंतू टोलियों के लिए खाली पड़ी जमीन पर खेती की योजना बनाई।