Budhni Chunav : मध्यप्रदेश में जहां एक ओर विधानसभा उपचुनावों की प्रशासनिक तैयारियां चल रहीं हैं वहीं बीजेपी को बगावती सुरों का सामना करना पड़ रहा है। जिन दो विधानसभाओं- विजयपुर और बुधनी में उपचुनाव होने हैं, उन दोनों ही जगहों पर पार्टी के उम्मीदवारों का विरोध किया जा रहा है। विजयपुर में बीजेपी प्रत्याशी वनमंत्री रामनिवास रावत और बुधनी में पार्टी के प्रत्याशी रमाकांत भार्गव से इलाकों के ही पूर्व विधायकों ने खुलकर नाराजगी जताई है। बीजेपी के वरिष्ठ नेता इन पूर्व विधायकों को मनाने की कोशिश कर रहे हैं। केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान, सीएम मोहन यादव और प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा भी इस मुद्दे पर सक्रिय हैं।
बुधनी के पूर्व विधायक राजेंद्र सिंह राजपूत ने पार्टी के उम्मीदवार रमाकांत भार्गव से अपनी नाराजगी खुलकर व्यक्त की। राजपूत ने मीडिया से कहा कि भार्गव लगातार उनका अपमान करते आए हैं। विजयपुर में रामनिवास रावत की उम्मीदवारी पर पूर्व विधायक बाबूलाल मेवरा नाराज हो गए हैं। उनके समर्थक तो रावत का खुलकर विरोध कर रहे हैं। पार्टी के लिए बुधनी के पूर्व विधायक राजेंद्र सिंह राजपूत का असंतोष चिंता का विषय बन गया है। राजपूत ने सन 2005 में शिवराजसिंह चौहान के लिए बुधनी विधानसभा सीट खाली करने के लिए अपनी विधायकी छोड़ दी थी। वे इस बार टिकट के प्रबल दावेदार थे।
पूर्व विधायक राजेंद्रसिंह राजपूत के समर्थक भाजपाई पूर्व सांसद रमाकांत भार्गव को प्रत्याशी बनाए जाने का खुलेआम विरोध कर रहे हैं। अब राजपूत ने भी अपनी नाराजगी जता दी। मीडिया से बात करते हुए उन्होंने रमाकांत भार्गव पर अपमान करने का आरोप लगाया। पूर्व विधायक ने कहा कि रमाकांत भार्गव कई सालों से मेरी अनदेखी कर रहे हैं।
सांसद के रूप में बुधनी में अनेक कार्यक्रम आयोजित किए गए पर मुझे एक में भी नहीं बुलाया। पूर्व विधायक राजेंद्रसिंह राजपूत का असंतोष सोमवार को तब सामने आ गया था जब भोपाल में शिवराजसिंह चौहान द्वारा बुधनी के लिए बुलाई गई बैठक में वे नहीं आए। मंगलवार को राजपूत ने दावा किया कि उन्हें इस बैठक के संबंध में सूचित ही नहीं किया गया।
विजयपुर में भी बीजेपी को असंतोष से जूझना पड़ रहा है। यहां कांग्रेस से पार्टी में आए वनमंत्री रामनिवास रावत की उम्मीदवारी का बीजेपी के पुराने कार्यकर्ता जमकर विरोध कर रहे हैं। पूर्व विधायक बाबूलाल मेवरा भी इससे खासे नाराज हैं। पार्टी लाइन का ध्यान रखते हुए मेवरा खुद कुछ नहीं बोल रहे लेकिन उनके समर्थक रावत की उम्मीदवारी के विरोध में मुखर हैं। पूर्व विधायक बाबूलाल मेवरा के समर्थक साफ कह रहे हैं कि उपचुनाव में रावत का काम नहीं करेंगे। बाबूलाल मेवरा श्योपुर जिले में भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता हैं। वे दो बार (1985 और 1998 ) में विजयपुर से विधान सभा चुनाव जीत चुके हैं। हालांकि वे बीच में बीजेपी छोड़ भी चुके हैं।