MP Kisan News : मध्य प्रदेश के सोयाबीन किसानों के लिए अच्छी खबर है. आज यानी 25 सितंबर से 20 अक्टूबर तक प्रदेश के किसानों के लिए सोयाबीन खरीदी के लिए पंजीयन कार्य शुरू होगा. इसके बाद 25 अक्टूबर से 31 दिसंबर तक सोयाबीन खीरीदी की जाएगा. प्रदेश में सोयबीन पर न्यूनतम समर्थन मूल्य तय किया गया है. सरकार ने एक दिन पहले ही कैबिनेट बैठक में MSP 4892 रुपए पर खरीदने का ऐलान किया है.
सोयाबीन उपार्जन नीति को कैबिनेट में मंगलवार को मंजूरी मिली है. इस बार भारत सरकार की ओर से उपार्जन के लिए 13.68 लाख मीट्रिक टन की स्वीकृति मिली है. प्रदेश में कुल 1400 उपार्जन केंद्र बनेंगे. मुख्यमंत्री मोहन यादव ने सोयाबीन उपार्जन प्रक्रिया शुरू होने के पूर्व कहा कि सभी मंत्री और जनप्रतिनिधिगण अधिक से अधिक किसानों का नामांकन सुनिश्चित कराऐं. समर्थन मूल्य पर गुणवत्ता वाला सोयाबीन उपार्जित किया जाए.
प्रदेशभर में लगातार किसान सोयाबीन फसल के भाव बढ़ाने के लिए आंदोलन प्रदर्शन से लेकर जलस्तयाग्रह कर रहे हैं. किसान लगातार सरकार से मांग कर रहे हैं कि हमारा जीवन खेती पर ही निर्भर है. खेती से जो आमदनी होती है. उसी से परिवार का गुजारा होता है. सोयाबीन की फसल के भाव इस बार 6 हजार के पार की जाए. अचानक हुई बारिश से किसानों की फसलें पहले ही बर्बाद हो चुकी हैं. किसानों को भारी नुकसान हुआ है.
किसानों का कहना है कि हम देश के अन्नदाता हे हमारी फसलों के दाम सरकार नहीं बढ़ा रही हे और अचानक ही एक रात में सोयाबीन तेल के भाव 600 रुपए बढ़ गए. आखिर किसानों की फसलों के भाव सरकार क्यों नही बढ़ा रही है. वही किसानों का कहना हे कि हम हमेशा भाजपा सरकार को समर्थन देते आए ही देश प्रदेश में डबल इंजन की सरकार है. सरकार को हमारे बारे में सोचना चाहिए.