Rashtriya Ekta News : अयोध्या में स्थित राम मंदिर निर्माण में लगने वाली सामग्री को लेकर श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने बड़ा बयान दिया. उन्होंने कहा कि हमने मंदिर निर्माण के लिए उपयोग की गई हर एक सामग्री का भुगतान कर दिया है. राम मंदिर निर्माण के लिए जो सामग्री लाई गई उससे सरकार को करीब 400 करोड़ रुपए का जीएसटी मिलेगा. चंपत राय ने ये जानकारी मध्य प्रदेश के इंदौर में आयोजित एक समारोह में दी.
इंदौर में एक कार्यक्रम को लेकर राम मंदिर जन्मभूमि तीर्थ ट्रस्ट क्षेत्र के महासचिव चंपत राय ने मंदिर निर्माण में लगे रुपयों को लेकर बयान दिया. उन्होंने कहा कि हमने मंदिर में लगने वाली हर एक सामग्री का भुगतान कर दिया है. उन्होंने कहा कि हमने राम मंदिर निर्माण के लिए देशभर में 42 दिन तक समर्पण निधि अभियान चलाया था.
चंपत राय ने कहा कि 42 दिन चले समर्पण अभियान के दौरान देश के 10 करोड़ लोगों ने भगवान के प्रति आस्था दिखाते हुए मंदिर निर्माण के लिए पैसे दिए. 42 दिन में लोगों ने 2800 करोड़ रुपए दान दिए. लोगों ने मंदिर निर्माण ही नहीं, बल्कि सरकार का भी सहयोग किया है. लोगों ने जो पैसा दिया उससे मंदिर निर्माण के लिए सामग्री लाई गई. उससे सरकार को जीसटी के तौर पर करोड़ों रुपए मिले हैं. उन्होंने कहा कि मंदिर निर्माण के लिए भारत सरकार ने ट्रस्ट के एवज में एक रुपया दिया था. जिसे फ्रेम कराकर मंदिर के लॉकर में रखा गया है.
चंपत राय ने कार्यक्रम में लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि मंदिर में लगे पत्थर और लकड़ी का भुगतान कर दिया गया है. बता दें कि मंदिर निर्माण के लिए राजस्थान से पत्थर मंगवाया गया था और महाराष्ट्र से लकड़ी मंगवाई गई थी. यहीं अलग शहरों और राज्यों से मंदिर निर्माण के लिए जरूरी सामान मंगवाया गया था. जिसको लेकर चंपत राय ने कहा कि सभी सामग्री का भुगतान किया गया है. इस दौरान उन्होंने कहा कि राम मंदिर आंदोलन किसी आजादी की लड़ाई से कम नहीं था.