MP News : मध्यप्रदेश में तहसीलों, जिलों, संभागों का नए सिरे से गठन किया जा रहा है। इसके लिए राज्य सरकार द्वारा बनाया गया परिसीमन आयोग अपने काम में लगा हुआ है। आयोग के गठन के बाद प्रदेशभर में कई नए जिलों, तहसीलों के गठन की मांग तेज हो गई है।
विदिशा जैसे बड़े जिले को तो कई टुकड़ों में बांटने की बातें कही जा रहीं हैं। लटेरी में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के जन संवाद कार्यक्रम में भी यह मांग उठी। स्थानीय विधायक ने सिरोंज को जिला बनाने की मांग की हालांकि इसके प्रत्युत्तर में सीएम ने सुझाव दिया कि यह मुद्दा परिसीमन आयोग के समक्ष उठाएं।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने लटेरी में 132 करोड़ रुपए के विकास कार्यों का लोकार्पण और भूमिपूजन किया। कार्यक्रम में उन्होंने सिरोंज से भोपाल के बीच नई रेललाइन की मांग पर इसके लिए प्रयास करने का आश्वासन दिया। जबकि सिरोंज को जिला बनाने की मांग पर बोले कि लोग इस संबंध में परिसीमन आयोग को सुझाव दें।
स्थानीय विधायक उमाकांत शर्मा ने कार्यक्रम में सिरोंज को जिला बनाने के लिए तीन बार जोर दिया लेकिन सीएम ने सिरोंज को जिला बनाने की घोषणा नहीं की। हालांकि उन्होंने आनंदपुर में शासकीय महाविद्यालय पर सहमति जताई।
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सिरोंज विधायक उमाकांत शर्मा ने क्षेत्र की जनता की ओर से मुख्यमंत्री के समक्ष कई मांगें रखीं। इनमें सिरोंज को जिला बनाने और आनंदपुर, दीपनाखेड़ा, कस्बा मुगलसराय और उप तहसील पथरिया को तहसील बनाने की मांग प्रमुख थी।
सभा को सागर सांसद लता वानखेड़े व जिला प्रभारी मंत्री लखन पटेल ने भी संबोधित किया। विदिशा विधायक मुकेश टंडन, शमशाबाद सूर्य प्रकाश मीणा, कुरवाई विधायक हरिसिंह सप्रे, बासौदा विधायक हरिसिंह रघुवंशी व जिला पंचायत अध्यक्ष गीता रघुवंशी आदि भी यहां उपस्थित थे।
विधायक का प्रयास रहा असफल
मुख्यमंत्री मंच से सिरोंज को जिला बनाने की घोषणा करें इसके लिए सिरोंज विधायक उमाकांत शर्मा ने कई बार प्रयास किया। मांग पत्र पढ़ते हुए तीन बार जरूरत बताई।
मुख्यमंत्री को उनके संबोधन के दौरान भी इशारा किया, लेकिन सीएम केवल इतना बोलकर रह गए कि जिला बनाने के लिए परिसीमन आयोग का गठन किया गया है। आयोग को अधिक से अधिक लोग सुझाव दें। काफी प्रयास के बाद भी सीएम ने मंच से सिरोंज को जिला व आनंदपुर को तहसील बनाने की घोषणा नहीं की।
जनता ने टोका
संबोधन के दौरान मुख्यमंत्री ने लटेरी क्षेत्र के नाम का दो बार गलत उच्चारण किया। एक बार लिटेरी बोला तो दूसरी बार लटोरी। इस पर जनता ने उन्हें टोकते हुए क्षेत्र का नाम लटेरी बताया। इस मुख्यमंत्री ने कहा कि लटेरी हो या कुछ और, क्षेत्र का विकास तो करेंगे ही।
सीएम ने बजाई सारंगी, खिले चेहरे
स्थानीय कलाकारों ने सीएम का स्वागत सारंगी बजाते हुए किया। कलाकारों की प्रस्तुति से प्रभावित सीएम ने खुद भी सारंगी लेकर उनकी धुन में धुन मिलाई। इससे कलाकारों के चेहरे खिल उठे। मुख्यमंत्री ने उन्हें पुरस्कृत करने का निर्देश दिया। इस दौरान सीएम को गौवंश भेंट किया गया।
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सीएम के समक्ष रखीं गई प्रमुख मांगें
सिरोंज को जिला और आनंदपुर, दीपनाखेड़ा व कस्बा मुगलसराय को तहसील बनाया जाए। उप तहसील पथरिया को पूर्ण तहसील का दर्जा मिले। गुना से भोपाल वाया बजरंगढ़, आरोन, सिरोंज, महानीम चौराहा से बैरसिया होते हुए नवीन रेललाइन स्वीकृत कराई जाए।
ब्यावरा से बीना वाया सुठालिया, मधुसूदनगढ़, लटेरी, सिरोंज, मेहलुआ चौराहा, कुरवाई होते हुए पूर्व में स्वीकृत रेल लाइन का निर्माण कराया जाए। जमोनियाकलां, सुगनाखेड़ी, रानीघाट, उनारसीकलां व मुगलसराय लघु सिंचाई और जालपुर मध्यम सिंचाई परियोजना के स्वीकृति की मांग। सिरोंज की प्राचीन एवं ऐतिहासिक दरी उद्योग को पुनर्स्थापित करने और प्रसिद्ध बालूशाही मिठाई को जीआइ टैग दिलाने की मांग की।