भारतीय क्रिकेट के लिए एक दुखद समाचार है। पूर्व भारतीय ऑलराउंडर सैयद आबिद अली का बुधवार को 83 वर्ष की आयु में अमेरिका में निधन हो गया। आबिद अली ने भारत के लिए 29 टेस्ट मैच खेले, जिसमें उन्होंने 47 विकेट अपने नाम किए। हैदराबाद के इस प्रतिभाशाली क्रिकेटर की फील्डिंग बेहतरीन थी और उनकी रनिंग बहुत शानदार थी।
आबिद अली एक ऐसे खिलाड़ी थे जिन्होंने भारतीय क्रिकेट के स्वर्णिम युग में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया। उनकी ऑलराउंड क्षमता, शानदार फील्डिंग और बेहतरीन रनिंग ने उन्हें एक अद्वितीय खिलाड़ी बनाया। उनका निधन भारतीय क्रिकेट के लिए एक अपूरणीय क्षति है।
एक शानदार करियर
आबिद अली ने भारत के लिए 29 टेस्ट मैच खेले, जिसमें उन्होंने 47 विकेट लिए। उनकी गेंदबाजी में विविधता थी और वे किसी भी बल्लेबाज को परेशान करने की क्षमता रखते थे। उन्होंने अपने डेब्यू टेस्ट मैच में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ शानदार प्रदर्शन करते हुए 55 रन देकर छह विकेट चटकाए थे। यह प्रदर्शन उनकी प्रतिभा का प्रमाण था। सिडनी में इसी सीरीज में उन्होंने दो शानदार अर्धशतक (78 और 81) बनाए। 1971 में इंग्लैंड के खिलाफ ओवल में एक ऐतिहासिक जीत में विजयी रन बनाने का श्रेय भी उन्हें जाता है।
Also Read: Rohit Sharma: रोहित शर्मा का मुंबई में भव्य स्वागत, लगे ‘इंडिया च राजा’ के नारे, देखें वीडियो
कोचिंग करियर
आबिद अली ने सिर्फ एक खिलाड़ी के रूप में ही नहीं, बल्कि एक कोच के रूप में भी अपनी छाप छोड़ी। उन्होंने हैदराबाद और दक्षिण क्षेत्र के लिए 22 वर्षों तक प्रथम श्रेणी क्रिकेट खेला और 1978 से कोचिंग भी दी। उनके पास व्यापक कोचिंग अनुभव था, जिसके कारण 2001 में यूएई क्रिकेट बोर्ड ने उनसे संपर्क किया। आबिद अली हमेशा कमजोर टीमों को शीर्ष स्तर तक पहुंचाने में विश्वास रखते थे। उन्होंने पहले ही आंध्र प्रदेश टीम के साथ ऐसा कर दिखाया था। इसी सोच के कारण उन्होंने यूएई का प्रस्ताव स्वीकार किया।
शोक की लहर
हैदराबाद के इस दिग्गज क्रिकेटर को ‘चिच्चा’ के नाम से भी जाना जाता था। सैयद आबिद अली ने आंध्र रणजी टीम के साथ-साथ मालदीव और यूएई की क्रिकेट टीमों को भी कोचिंग दी। उन्होंने अपने बेटे फकीर अली की शादी भारत के पूर्व विकेटकीपर सैयद किरमानी की बेटी से करवाई थी।
उनके निधन पर पूर्व भारतीय स्पिनर प्रज्ञान ओझा ने दुख व्यक्त करते हुए एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा, “हैदराबाद के महान ऑलराउंडर सैयद आबिद अली सर के निधन की खबर से बेहद दुखी हूं। भारतीय क्रिकेट में, खासकर 1960 और 70 के दशक में, उनके योगदान को हमेशा याद किया जाएगा। उनके परिवार और प्रियजनों के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं। भगवान उनकी आत्मा को शांति दे!”
पूर्व भारतीय तेज गेंदबाज डोडा गणेश ने भी सैयद आबिद अली के निधन पर शोक व्यक्त किया। उन्होंने अपनी पोस्ट में लिखा, “भारत के शीर्ष क्रिकेटरों में से एक, श्री सैयद आबिद अली के निधन की खबर से बेहद दुखी हूं। सर, भगवान आपकी आत्मा को शांति दें। मेरी संवेदनाएं और प्रार्थनाएं शोकाकुल परिवार के साथ हैं।”
सैयद आबिद अली एक ऐसे खिलाड़ी थे जिन्होंने भारतीय क्रिकेट को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया। उनकी प्रतिभा, समर्पण और खेल भावना ने उन्हें एक आदर्श खिलाड़ी बनाया। उनका निधन भारतीय क्रिकेट के लिए एक अपूरणीय क्षति है, लेकिन उनकी यादें हमेशा हमारे दिलों में रहेंगी।
अतिरिक्त जानकारी:
सैयद आबिद अली का जन्म हैदराबाद में हुआ था।
उन्होंने अपनी शिक्षा हैदराबाद में ही पूरी की।
वे एक दाएं हाथ के बल्लेबाज और दाएं हाथ के मध्यम तेज गेंदबाज थे।
उन्होंने 1967 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण किया था।
उन्होंने 1975 में इंग्लैंड के खिलाफ अपना आखिरी टेस्ट मैच खेला था।