Demand to Give Bharat Ratna to Nitish Kumar : जदयू (JDU) ने एक बार फिर बीजेपी (BJP) के ऊपर प्रेशर पॉलिटिक्स का वार किया है। बिहार (Bihar) के सीएम नीतीश कुमार को भारत रत्न देने की मांग की है। पटना में जेडीयू कार्यालय के बाहर एक पोस्टर लगाया गया है, जिसमें नीतीश कुमार को भारत रत्न देने की मांग की हई है। जदयू की बैठक से पहले यह पोस्टर सुर्खियों में बना हुआ है। वहीं मामले में आरजेडी का बयान भी सामने आया है। RJD ने इसे दबाव की राजनीति करार देते हुए कहा कि जेडीयू-बीजेपी डील के तहत यह मांग की गई है।
दरअसल जदयू की नयी राज्य कार्यकारिणी की बैठक पटना में शनिवार को हुई।इस बैठक से पहले पटना की सड़कों के किनारे जदयू नेताओं की ओर से पोस्टर संदेश लागया गया था। बिहार के मुख्यमंत्री व जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार को भारत रत्न देने की मांग जदयू नेताओं के द्वारा जारी पोस्टर के जरिए की है। पटना की सड़कों पर लगा यह पोस्टर सुर्खियों में है।
पोस्टर को जदयू के प्रदेश महासचिव छोटू सिंह के द्वारा लगवाया है। इस पोस्टर में नीतीश कुमार को प्रख्यात समाजवादी और बिहार का विकास पुरुष बताते हुए छोटू सिंह ने उन्हें भारत रत्न देने की मांग की है। जदयू संगठन के नेता के द्वारा यह मांग की गई है। बता दें कि बिहार में जदयू राज्य कार्यकारिणी की नई टीम बनाए जाने के बाद इस टीम के साथ पहली बैठक है। इस बैठक को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा संबोधित किये जाने की संभावना है।
साथ ही कई एजेंडों पर मुहर लग सकती है। इस बैठक में प्रदेश कार्यकारिणी के पदाधिकारियों और सदस्यों सहित करीब 400 लोगों के शामिल होने की संभावना है। इसे लेकरआरजेडी ने जेडीयू पर तंज कसा है। आरजेडी ने कहा है कि यह जनता दल यूनाइटेड की राज्य कार्यकारिणी की बैठक नहीं है, यह दबाव की राजनीति है। आरजेडी के प्रवक्ता शक्ति सिंह यादव ने शनिवार को कहा कि जेडीयू की कार्यकारिणी बैठक में ललन सिंह भी नहीं आए। कई अन्य नेता भी नहीं आए।
भारतीय जनता पार्टी और जेडीयू के बीच सत्ता हस्तांतरण के लिए 6 महीने की डील हुई थी। जेडीयू ऐसा नहीं कर रही है। बिचौलिया बेचैन हो रहा है इसलिए उन्होंने अपनी मांग रखी है। भारत रत्न दो और सत्ता ले लो। वहीं, जेडीयू के ‘2025 में फिर नीतीश कुमार’ के नारे पर हमला बोलते हुए आरजेडी ने कहा कि बिहार नीतीश कुमार से ऊब चुका है, अबकी बार तेजस्वी सरकार।