Rahul Gandhi : भोपाल की जिला अदालत ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी को मानहानि के एक मामले में समन भेजा है। यह मामला 2018 के मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव प्रचार के दौरान दिए गए उनके एक बयान से जुड़ा है। राहुल गांधी ने शिवराज सिंह चौहान और उनके बेटे कार्तिकेय चौहान पर पनामा पेपर्स में नाम होने का आरोप लगाया था। अब अदालत ने उन्हें 9 मई को पेश होने का आदेश दिया है, जिससे मध्य प्रदेश की राजनीति में हलचल मच गई है।
क्या है मामला?
2018 में झाबुआ में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने शिवराज सिंह चौहान और कार्तिकेय चौहान पर पनामा पेपर्स लीक में नाम आने का आरोप लगाया था। बाद में उन्होंने शिवराज सिंह चौहान पर लगे आरोपों को वापस ले लिया, लेकिन कार्तिकेय चौहान पर लगाए गए आरोपों पर कोई सफाई नहीं दी। इसी बात पर कार्तिकेय चौहान ने राहुल गांधी के खिलाफ मानहानि का मुकदमा दर्ज कराया था।
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कार्तिकेय चौहान का तर्क
कार्तिकेय चौहान का कहना है कि राहुल गांधी ने 29 अक्टूबर 2018 को झाबुआ की रैली में उनके खिलाफ झूठे और अपमानजनक बयान दिए, जिससे उनकी प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचा। उनका कहना है कि राहुल गांधी के आरोप निराधार हैं और उन्होंने जानबूझकर उनकी छवि खराब करने की कोशिश की है।
राहुल गांधी के लिए आगे क्या?
राहुल गांधी को 9 मई को अदालत में पेश होना होगा। यदि वह दोषी पाए जाते हैं, तो उन्हें जुर्माना या जेल की सजा हो सकती है। उनके पास उच्च न्यायालय में अपील करने का भी विकल्प है।
राजनीतिक प्रभाव
यह मामला मध्य प्रदेश की राजनीति में एक महत्वपूर्ण मोड़ ले सकता है। इससे कांग्रेस और भाजपा के बीच राजनीतिक तनाव बढ़ सकता है। यह मामला 2024 के लोकसभा चुनाव में भी एक मुद्दा बन सकता है।
यह मामला अभी भी अदालत में है और इसका अंतिम नतीजा आना बाकी है। लेकिन यह तय है कि इस मामले का मध्य प्रदेश की राजनीति पर गहरा प्रभाव पड़ेगा।