कांग्रेस हारी तो सिर मुंडवा कर मुंह काला करवाऊंगा… MP के कांग्रेस विधायक का बड़ा ऐलान, BJP से रामनिवास रावत है उम्मीदवार
By Ashish Meena
October 17, 2024
MP Hindi News : श्योपुर जिले की विजयपुर विधानसभा में होने वाले उपचुनाव की तैयारी शुरू हो चुकी है। यहां 13 नवंबर को मतदान होना है। इसलिए बीजेपी और कांग्रेस के दिग्गजों का आना-जाना शुरू हो गया है। इसी को लेकर कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष लगातार सभाए लेने में जुटे हैं। इस दौरान कांग्रेस विधायक बाबू जंडेल ने भरे मंच से बड़ा बयान दिया है, जो मध्यप्रदेश की राजनीति में नई सियासत पैदा कर दी है। मंच से विधायक ने चेतावनी दी कि अगर कांग्रेस विजयपुर उपचुनाव नहीं जीती तो मैं अपना सिर मुंडवा कर मुंह काला करवा लूंगा। साथ ही हमेशा अपने बयानों को लेकर सुर्खियों में बने रहने वाले कांग्रेस के श्योपुर विधायक बाबू जंडेल ने वन मंत्री रामनिवास रावत को भगोड़ा बताया।
कांग्रेस विधायक ने कहा कि अगर भाजपा विजयपुर से जीती तो मैं अपना मुंडन करवाकर मुंह काला कर लूंगा। मगर मुझे पूरा यकीन है कि हम चुनाव जीतने जा रहे हैं। मैं अब चुनाव तक अपने बोरिया बिस्तर उठाकर कराहल ही रहने आ रहा हूं। बता दें कि जीतू पटवारी दो दिन से श्योपुर क्षेत्र के दौरे पर हैं। वे आज दोपहर साढ़े तीन बजे कराहल गांव में जनसभा कर रहे थे। विजयपुर में 13 नवंबर को वोटिंग होगी। 23 नवंबर को नतीजे आएंगे। पटवारी ने नेताओं और कार्यकर्ताओं से प्रत्याशी चयन को लेकर रायशुमारी की।
पटवारी ने कहा कि विजयपुर और बुधनी के उपचुनाव की घोषणा हुई है। हमारे लिए सौभाग्य का विषय है। विजयपुर में जो 10 महीने का आतंक है। माफियाओं की सरकार है। यह लोकतंत्र की हत्या है। दल बदल कराकर की गई लूट है। इसका अंत विजयपुर की जनता करेगी। हम आज यहां हैं और आज ही तारीख तय होती है। ब्लॉक वाइज मीटिंग है, ये मैसेज है इस बात का कि कांग्रेस ही जीतेगी।
पटवारी ने कहा कि मैं मानता हूं कि सीएम की जो घोषणाएं हैं, वह 30 साल में पूरी नहीं हुईं। कराहल को नगर पंचायत बनाने की घोषणा पर कहा कि यह कोरी घोषणा है। जो काम 30 साल में नहीं हुआ।वह अब क्या पूरा पूरा करेंगे? यह जनता से धोखा है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने विजयपुर के उपचुनाव को लेकर सभी तरह की तैयारियां शुरू कर दी हैं। बूथ स्तर के कार्यकर्ता को मजबूत करने के साथ हर 10 पोलिंग बूथ पर कांग्रेस की ओर से एक विधायक, पूर्व विधायक, पार्टी जिलाध्यक्ष या पूर्व जिलाध्यक्ष को जिम्मेदारी दी गई है। ये भी निर्देश दिए गए हैं कि जिसे जिन पोलिंग बूथों की जिम्मेदारी दी गई है, वह क्षेत्र में रहकर काम करें और चुनाव के दौरान किसी भी तरह की गड़बड़ी न हो।