MP News : मध्य प्रदेश के सिंगरौली जिले में सोमवार को आकाशीय बिजली (Lightning) के कारण पांच लोगों की दर्दनाक मौत हो गई। इन घटनाओं में एक बुजुर्ग महिला, तीन नाबालिग और एक अन्य व्यक्ति की जान गई। यह घटनाएँ सिंगरौली के अलग-अलग क्षेत्रों में हुई है। इन हादसों ने जिले के लोगों को गहरे शोक में डुबो दिया।
अधिकारियों के मुताबिक, ये घटनाएँ जियावां, चितरंगी, और बरगवां पुलिस थाना क्षेत्रों में घटित हुई है। इन इलाकों में बिजली गिरने से इन व्यक्तियों की मौत हो गई। वहीं तेज बारिश और ठंडी हवाओं के कारण मौसम और भी खतरनाक हो गया।
जानें कहां-कहां हुई घटनाएं?
सिंगरौली जिले में सोमवार को आकाशीय बिजली गिरने की घटनाएँ अलग-अलग समय पर हुई। इससे कुल पांच लोग अपनी जान गवा बैठे।
बरगवां थाना क्षेत्र: बरगवां थाना क्षेत्र के पिपरा गांव में रात के करीब 1.30 बजे आकाशीय बिजली गिरने से 67 वर्षीय महिला सनाओ बाई की मौत हो गई।
जियावां थाना क्षेत्र: जियावां थाना क्षेत्र के सुपेला गांव में 17 वर्षीय नाबालिग लड़की अंतिमनिशा की मौत हो गई। अंतिमनिशा अपने घर के पास एक हैंडपंप से पानी निकाल रही थी, तभी आकाशीय बिजली की चपेट में आ गई।
चितरंगी थाना क्षेत्र: चितरंगी थाना क्षेत्र के झरकटिया गांव में 13 वर्षीय श्यामलाल गुर्जर बकरियां चरा रहा था, तभी आकाशीय बिजली गिरने से उसकी मौत हो गई। वह घर से 500 मीटर की दूरी पर था।
खोखवा गांव: खोखवा गांव में आम बीनने के दौरान 16 वर्षीय सोनू देवी भी आकाशीय बिजली की चपेट में आकर अपनी जान गवा बैठी।
दक्षिण-पश्चिम मानसून से बदला मौसम
मौसम विभाग के अनुसार, सोमवार को सिंगरौली और आसपास के इलाकों में तेज बारिश और हवाएं चलीं। इस दौरान आकाश में लगातार बिजली चमकती रही। बारिश से मौसम में ठंडक आ गई और तापमान में गिरावट आई। यह सब दक्षिण-पश्चिम मानसून के राज्य में प्रवेश करने के बाद हुआ है। मौसम विभाग ने 25 जून तक पूरे मध्यप्रदेश में मानसून के पूरी तरह से फैलने की संभावना जताई है।
आखिर क्यों होता है Lightning का कहर?
आकाशीय बिजली एक प्राकृतिक घटना है, जो उस समय उत्पन्न होती है जब बादलों में इलेक्ट्रिक चार्ज का असंतुलन उत्पन्न हो जाता है। जब यह असंतुलन बहुत अधिक हो जाता है, तो यह विद्युत् ऊर्जा के रूप में धरती पर गिरती है। आकाशीय बिजली अक्सर गरज और बारिश के साथ होती है। कभी-कभी यह बहुत खतरनाक साबित हो सकती है। सिंगरौली जिले में हाल की घटनाओं में यही हुआ, जब बिजली गिरने के कारण कई लोगों की जान चली गई।