नई दिल्ली: राजस्थान के देवली उनियारा विधानसभा सीट पर हो रहे चुनाव में इस समय केवल थप्पड़ की गूंज सुनाई दे रही है. यह थप्पड़ एसडीएम अमित चौधरी के गाल पर पड़े हैं और मारा निर्दलीय उम्मीदवार नरेश मीणा ने है. इस थप्पड़ की गूंज ऐसी है कि अब हर कोई यह जानना चाहता है कि इतनी फोर्स के बीच में घुसकर एसडीएम को थप्पड़ मारने वाला व्यक्ति है कौन? ऐसे में लोगों के मन में उठ रहे सवालों को ध्यान में रखते हुए हम यहा नरेश मीणा की पूरी प्रोफाइल आपके सामने पेश कर रहे हैं.
देवली उनियारा विधानसभा सीट पर निर्दलीय चुनाव मैदान में उतरे नरेश मीणा कांग्रेस के पुराने कार्यकर्ता रहे हैं और इस चुनाव में कांग्रेस पार्टी से टिकट भी मांग रहे थे. हालांकि कांग्रेस पार्टी ने उन्हें नजरअंदाज कर दिया. ऐसे में कांग्रेस के दिग्गज सचिन पायलट के करीबी नरेशा मीणा ने निर्दलीय ही मैदान में खम ठोंक दिया. उन्होंने चुनाव आयोग को दिए शपथ पत्र में बताया है कि वह मूल रूप से नया गांव अररू जिला बांरा के रहने वाले हैं. भारत की राजनीति में वह सचिन पायलट से प्रेरित हैं.
कांग्रेस के बागी हैं नरेश मीणा
बताया जा रहा है कि कांग्रेस पार्टी ने उन्हें उपचुनाव में टिकट देने का वादा भी किया था, लेकिन टिकट बंटवारे के समय उन्हें नजरअंदाज किया गया. इसके बाद जब नरेश मीणा ने निर्दलीय नामांकन दाखिल किया तो कांग्रेस पार्टी ने उनके ऊपर नाम वापसी के लिए काफी दबाव बनाया. हालांकि वह भी अपनी जिद पर अड़े रहे. ऐसे में कांग्रेस पार्टी ने हाल ही में उनके ऊपर अनुशासनहीनता का आरोप लगाते हुए पार्टी से बाहर कर दिया है.
मालपुरा बूथ पर एसडीएम को मारा थप्पड़
इसके बावजूद उनकी इतनी चर्चा कभी नहीं हुई, जितनी एसडीमए को थप्पड़ मारने से हुई है. दरअसल राजस्थान में हो रहे उपचुनाव में एसडीएम अमित चौधरी एक पोलिंग बूथ पर निरीक्षण करने पहुंचे थे. इसी दौरान निर्दलीय उम्मीदवार नरेश मीणा भी वहां पहुंच गए. बताया जा रहा है कि मालपुरा के बूथ में जाने को लेकर एसडीएम और नरेश मीणा में बहस हो गई. देखते ही देखते नरेश मीणा इतने आवेश में आ गए कि उन्होंने एसडीएम को करारा थप्पड़ जड़ दिया.
अब तक साफ नहीं घटना की वजह
इसके बाद मौके पर मौजूद पुलिस वालों ने उन्हें अलग तो कर दिया, लेकिन कई बार वह पुलिस को धक्का देकर एसडीएम की ओर बढ़ते नजर आए. इस घटना का एक वीडियो भी सोशल मीडिया में तेजी से वायरल हो रहा है. हालांकि अब तक ना तो एसडीएम ने इस घटना को लेकर कोई बयान दिया है और ना ही नरेश मीणा ने ही प्रतिक्रिया दी है. ऐसे में अब तक साफ नहीं हो सका है कि इस घटना की असली वजह क्या थी.