MP Hindi News : मध्य प्रदेश के सिंगरौली से एक दिल दहलाने वाली घटना सामने आई है. जहां पिकनिक मनाने गए एनसीएल के 3 डॉक्टर समेत 5 लोगों का परिवार हादसे का शिकार हो गया. बता दें कि यह हादसा एक डॉक्टर की डूब रही बच्ची को बचाने के दौरान हुआ. इस दौरान एक डॉक्टर की मौत हो गई. वहीं, बच्ची की तलाश के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर दिया गया है.
जानिए पूरा मामला
दरअसल, सिंगरोली के लंघाडोल गोपद नदी के देऊरदह घाट के किनारे 5 लोगों की फैमिली पिकनिक मनाने गई थी. इसमें एनसीएल के 3 डॉक्टर और विजिलेंस विभाग के दो अधिकारियों का परिवार शामिल था. इसी दौरान एक डॉक्टर की बेटी गहरे पानी में डूबने लगी. जिसे बचाने के लिए 3 डॉक्टरों और दोनों विजलेंस अधिकारियों ने नदी में छलांग लगा दी.
इस दौरान डॉ. हरीश सिंह गहरे पानी में चले गए और डूबने से उनकी मौत हो गई. वहीं, बाकी चार लोग जैसे-तैसे बाहर आएं. घटना की जानकारी के बाद से मौके पर पुलिस और एसडीईआरएफ की टीम तैनात है. एसडीईआरएफ की टीम ने रात में बच्ची की तलाश की लेकिन सफलता नहीं मिली. वहीं, सोमवार सुबह से फिर से रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है.
सिंगरौली में नॉर्दर्न कोल फील्ड लिमिटेड (एनसीएल) के डॉक्टर डॉ. हरीश सिंह की नदी में डूबने से मौत हो गई. यह हादसे दूसरे डॉक्टर की बच्ची को बचाने के दौरान हुआ. डॉ. हरीश सिंहकेंद्र सरकार की कंपनी एनसीएल में स्थित जयंत अस्पताल में डॉक्टर थे. डॉक्टर का शव बरामद कर लिया गया है.
बच्ची को बचाने के चक्कर में हुआ हादसा
पिकनिक मनाने गए पाचों परिवार के 7 बच्चे नदी में नहाने उतरे थे. इसी दौरान रिटायर्ड डॉ. प्रवीण मुंडा की बेटी प्रेरणा मुंडा लापता हो गई. इसके बाद बच्चे ने यह बात परिजनों को बताई. जिसके बाद बच्ची को बचाने के लिए डॉ. प्रवीण मुंडा, डॉ. हरीश सिंह, डॉ. डीजे बोरा, सुनील कुमार और पीके भंडारी पानी में कूद गए. नदी में पानी का बहाव तेज होने के कारण पांचों लोग डूबने लगे. इसी दौरान डॉ. हरीश सिंह गहरे पानी में चले गए, जिससे उनकी मौत हो गई है. वहीं, बाकी चारों लोग किसी तरह जान बचाकर नदी से बाहर आएं. गोताखोरों की मदद से डॉ. हरीश को बाहर निकाला गया. इसके बाद उन्हें उपचार हेतु सरई उपस्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया, जहां मृत घोषित कर दिया.