Rashtriya Ekta News : पूर्व केंद्रीय मंत्री और भारतीय जनता पार्टी की नेता स्मृति ईरानी को लेकर बड़ी खबर सामने आई है. दरअसल स्मृति ईरानी इस बार लोकसभा चुनाव हार गईं. अमेठी से उन्हें कांग्रेस उम्मीदवार किशोरीलाल शर्मा ने भारी मतों से हराया था. इसके बाद से माना जा रहा था कि स्मृति ईरानी को पार्टी में अलग कर दिया गया है. क्योंकि मोदी कैबिनेट से भी उनकी छुट्टी हो गई थी. लेकिन इस बीच एक बार स्मृति ईरानी सक्रिय नजर आ रही हैं. खास बात यह है कि उनकी सक्रियता बढ़ी है राजधानी दिल्ली में. जी हां स्मृति ईरानी इन दिनों राजधानी की राजनीति में एक्टिव नजर आ रही हैं.
दिल्ली में पूर्व केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी बीजेपी का चेहरा बन सकती हैं। दरअसल, बीते दिनों हुई पार्टी पदाधिकारियों की बैठक में इस विषय पर चर्चा हुई है। जिसके बाद राजनीतिक गलियारे में यह अटकलें तेज हैं कि पार्टी ईरानी को दिल्ली में आप की आतिशी मार्लेना के सामने उतार सकती है।
बीजेपी से जुड़े लोगों का कहना है कि बैठक में स्मृति ईरानी को 2025 में होने वाले विधानसभा चुनाव के मद्देनजर दिल्ली में पार्टी का प्रचार अभियान संभालने की जिम्मेदारी देने पर चर्चा जरूर हुई है। लेकिन इसका मतलब ये कतई नहीं है कि वह पार्टी की सीएम फेस होंगी। बीजेपी सूत्रों के अनुसार दिल्ली में पार्टी पूर्व केंद्रीय मंत्री को इसलिए आगे कर सकती है कि वह देश और सूबे की राजनीति में एक चर्चित चेहरा हैं और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बाद पार्टी की दूसरे नंबर की स्टार प्रचारकों में से एक हैं।
बता दें 2025 में दिल्ली की 70 विधानसभा सीटों पर चुनाव होने हैं। हाल ही में आम आदमी पार्टी ने आतिशी मार्लेना को सीएम बनाने का निर्णय लिया है। राजधानी की राजनीति में इस बदलते घटनाक्रम के बाद बीजेपी भी अपनी मजबूत महिला लीडर को आगे कर सकती है।जानकारी के अनुसार लोकसभा चुनाव 2024 में स्मृति ईरानी अमेठी सीट से चुनाव लड़ी थीं। इस सीट पर वह कांग्रेस के किशोरी लाल से चुनाव हार गई थीं।
दिल्ली में बीजेपी से लोकसभा में प्रवीण खंडेलवाल, कमलजीत सहरावत, मनोज तिवारी, हर्ष मल्होत्रा, योगेंद्र चंदोलिया, रामवीर सिंह बिधूड़ी और बांसुरी स्वराज सांसद हैं। अगर पार्टी इनमें से किसी सांसद को विधानसभा चुनाव में आगे बढ़ाती है तो उन्हें संसदीय सीट छोड़नी पड़ सकती है। ऐसे में पार्टी किसी मोर्चों पर अपना नुकसान नहीं होने देना चाहती और पूर्व केंद्रीय मंत्री को अपना चेहरा बनाने पर विचार कर ही है।