Mahakumbh Bal Ram : अयोध्या में रामलला के भव्य मंदिर निर्माण के बाद प्रयागराज में आयोजित पहले महाकुंभ में पांच साल के बाल राम भी श्रद्धालुओं को दर्शन देने के लिए पहुंचे हैं. यह बाल राम प्रयागराज के उस श्रृंगवेरपुर धाम से आए हुए हैं, जहां राजा दशरथ द्वारा कराए गए यज्ञ के बाद ही भगवान राम का जन्म हुआ था.
बाल राम का यह भी मानना है कि सरकार को करेंसी पर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के बजाय भगवान राम के चित्र छापने चाहिए ताकि देश में सही मायने में राम राज्य स्थापित हो सके. यह भजन और भगवान राम पर आधारित गीत भी मासूम आवाज में सुनाते हैं.
पांच साल के बाल राम श्रीश बाहुबली महाराज जब भगवान राम की वेशभूषा में महाकुंभ में निकलते हैं, तो उनके दर्शन कर आशीर्वाद लेने वालों की भीड़ उमड़ती है.
भक्ति भाव में विभोर श्रद्धालु पांच साल के बालक में भगवान राम का स्वरूप देखकर उम्र का फर्क समझे बिना उनके पैर छूते हैं और आशीर्वाद लेते हैं. यह बाल राम न सिर्फ आकर्षक रूप में नजर आते हैं, बल्कि तोतली जुबान में धर्म और अध्यात्म पर उपदेश भी देते हैं. भजन और गीत सुनाते हैं. यह बाल राम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलना चाहते हैं.
बाल राम का नाम श्रीश्र बाहुबली महाराज
पांच साल के इस बाल राम का नाम श्रीश बाहुबली महाराज है. यह एलकेजी के छात्र हैं. यह प्रयागराज के जिस श्रृंगवेरपुर धाम से आए हुए हैं, उसका भगवान राम से बेहद गहरा नाता है. राजा दशरथ ने यही पुत्रेष्टि यज्ञ कराया था.
भगवान राम के बाल सखा निषादराज यही के रहने वाले थे. मर्यादा पुरुषोत्तम राम ने यही राजसी वेशभूषा का त्याग किया था. उनके वनवासी जीवन की शुरुआत यहीं से हुई थी और केवट ने यहीं से उन्हें गंगा नदी पार कराकर चित्रकूट की सीमा में प्रवेश कराया था.
पांच साल के श्रीश बाहुबली महाराज पिछले साल तब सुर्खियों में आए थे, जब अयोध्या में रामलला के भव्य मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के दौरान भगवान राम के बाल रूप में लोगों को दर्शन देते थे.
महाकुंभ में यह बाल राम पीले रंग के कपड़ों में हाथ में धनुष थामे लोगों के बीच आते हैं तो साक्षात राम के स्वरूप में नजर आते हैं. श्रद्धालु इन्हें देखकर प्रभु राम के नाम का जयकारा लगाते हैं. कुछ श्रद्धालु तो इनके पैर छूकर आशीर्वाद लेते हैं. साधु संत तो इन्हें देखकर डमरू बजाने लगते हैं.
महाकुंभ में व्यवस्थाओं को लेकर योगी-मोदी की तारीफ की
यह बाल राम भले ही पांच साल की छोटी उम्र के हो, लेकिन हर बात का फर्राटेदार तरीके से जवाब देते हैं. इनकी दलील है कि यह भगवान राम का रूप धरकर हर माता-पिता से यह अनुरोध करना चाहते हैं कि वह अपने बच्चों को मर्यादा पुरुषोत्तम राम जैसा बनाने की कोशिश करें.
बच्चे राम जैसे होंगे तभी माता-पिता का सम्मान करेंगे. बाल राम श्रीश बाहुबली महाराज महाकुंभ में मोदी और योगी की सरकारों द्वारा की गई व्यवस्थाओं की जमकर तारीफ कर रहे हैं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात करना चाहते हैं और उन्हें श्रृंगवेरपुर धाम आने का निमंत्रण देना चाहते हैं. वह चाहते हैं कि सीएम योगी आदित्यनाथ उन्हें अपने हेलीकॉप्टर पर बिठाकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात के लिए ले जाएं.