राजधानी भोपाल में 11 दिसंबर 2023 को नया नेता चुनने के लिए बीजेपी विधायक दल की बैठक रखी गई थी। विधानसभा चुनाव में पार्टी ने जबर्दस्त जीत हासिल की थी। शिवराज सिंह चौहान फिर सीएम बनने के तगड़े दावेदार थे, लेकिन इसे दरकिनार कर हाईकमान किसी अन्य नेता को यह जिम्मेदारी देने की मंशा जता चुका था।
ऐसे में प्रदेश बीजेपी के तमाम दिग्गजों कैलाश विजयवर्गीय, नरेंद्र सिंह तोमर, प्रहलाद पटेल से लेकर अपेक्षाकृत जूनियर राज्य सभा सांसद सुमेर सिंह चौहान तक के नाम आगे चल रहे थे लेकिन दिल्ली से आई पर्ची में मोहन यादव का नाम निकला जोकि विधायकों की भीड़ में पिछली पंक्ति में बैठे थे।
सभी बड़े नेताओं की दावेदारी धरी रह गई और उज्जैन के विधायक मोहन यादव मुख्यमंत्री बन गए। एमपी में बीजेपी के नए प्रदेशाध्यक्ष के लिए भी ऐसा ही ‘सरप्राइज फेस’ सामने आने की सबसे ज्यादा उम्मीद जताई जा रही है।
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मध्यप्रदेश में वीडी शर्मा की जगह बीजेपी को नए प्रदेशाध्यक्ष की दरकार है। इस संबंध में बड़ा अपडेट सामने आया है। एमपी बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष पद के लिए दिल्ली में रविवार यानि 29 दिसंबर को बैठक बुलाई गई है। सूत्रों के अनुसार इस अहम बैठक में प्रदेश अध्यक्ष के चुनाव की रूपरेखा पर चर्चा की जाएगी।
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा और संगठन महामंत्री हितानंद इस बैठक में शामिल होंगे। बैठक में केंद्रीय नेतृत्व को मंडल और जिला अध्यक्षों के चुनाव की प्रोग्रेस रिपोर्ट भी सौंपी जाएगी। हालांकि यहां मुख्य रूप से मध्यप्रदेश के नए प्रदेशाध्यक्ष के चेहरे पर चर्चा की जानी है।
यह लगभग तय है कि नए साल के शुरुआती दिनों में ही मध्यप्रदेश बीजेपी को नया प्रदेशाध्यक्ष मिल जाएगा। इसके लिए प्रदेश के राजनैतिक हल्कों में करीब एक दर्जन नेताओं के नाम लिए जा रहे हैं। नरोत्तम मिश्रा, लालसिंह आर्य, हेमंत खंडेलवाल, फग्गन सिंह कुलस्ते, सुमेरसिंह चौहान, अरविंद भदौरिया, महेंद्र सोलंकी, रामेश्वर शर्मा के अलावा महिला कोटे से अर्चना चिटनीस, लता वानखेड़े आदि का नाम भी इसमें शामिल है।
पिछली पंक्ति के नेता की खुल सकती है पर्ची
हालांकि ज्यादातर राजनीतिक विश्लेषक इस फेहरिस्त को सिरे से खारिज कर देते हैं। विश्लेषकों का साफ कहना है कि पीएम नरेंद्र मोदी और अमित शाह की जोड़ी जिसके लिए जानी जाती है, वह चौंकाने वाला काम एमपी के नए प्रदेशाध्यक्ष पद के लिए भी होगा।
इस बार भी पर्ची किसी पिछली पंक्ति के नेता के नाम की ही खुल सकती है। राजनीति की तमाम अनिश्चितताओं के बावजूद एक और बात भी तय बताई जा रही है। कहा जा रहा है कि बीजेपी का नया प्रदेशाध्यक्ष भी राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ यानि आरएसएस (RSS) की पृष्ठभूमि का ही रहेगा।
वैसे बीजेपी के सूत्र बताते हैं कि वीडी शर्मा अभी भी प्रदेशाध्यक्ष पद के लिए सबसे सशक्त दावेदार हैं, उनको फिर रिपीट किया जा सकता है। विधानसभा चुनाव 2023 और लोकसभा चुनाव 2024 की उनकी उपलब्धियों को देखते हुए पार्टी उन्हें इस पद पर बरकरार रख सकती है।