MP Hindi News: मध्य प्रदेश में लगातार बारिश हो रही है, बारिश की वजह से चारों तरफ जलभराव की स्थिति देखी जा रही है. इसी बीच प्रदेश भर के कई जिलों में डेंगू की कहर देखने को मिल रहा है. लगातार मिल रहे डेंगू के मरीज की वजह से प्रशासन अलर्ट मोड पर है, मरीजों की जांच की जा रही है और इससे निजात पाने के उपाय भी बताए जा रहे हैं. ज्यादातर मरीजों का संख्या ग्रामीणों इलाको में बढ़ रही है. इंदौर में डेंगू ने तेजी से पांव पसारना शुरू कर दिया है.
मध्य प्रदेश के राजगढ़ जिले में भी डेंगू का प्रकोप देखने को मिल रहा है, जिसके चलते जिले में प्रशासन भी अलर्ट पर है, राजगढ़ जिले में अब तक 31 लोग डेंगू से प्रभावित हो चुके है जिनमें से 20 मरीज ठीक हो चुके है और 11 मरीज़ अभी उपचार चल रहा है. इसे लेकर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ किरण वाडिवा ने बताया कि जिले में बढ़ते डेंगू प्रकोप को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग के द्वारा डेंगू कि रोकथाम के लिए जिले में निरंतर स्वास्थ्य शिक्षा प्रदान करते हुए, लोगों को बचाव के उपाय बताएं जा रहें हैं, समस्त क्षेत्रीय अमले को निरंतर अलर्ट रहने हेतु निर्देशित किया गया है, सभी प्रभावित क्षेत्रों में लार्वा सर्वे, फीवर सर्वे, किया जाकर स्वास्थ्य शिविर लगाएं जा रहें हैं, रोकथाम एवं प्रतिबंधात्मक कार्रवाई की जा रही है.
भिंड में बीते एक माह में डेंगू से पॉजिटिव निकले 25 मरीजों सामने आए हैं, मरीजों का कहना है कि, वायरल बुखार तो उनको है ही लेकिन उनको डेंगू डरा रहा है, जिला मलेरिया अधिकारी डॉ डीके शर्मा का कहना है जिले में बीते माह में 25 मरीज डेंगू पॉजिटिव आए हैं, वह डेंगू मरीज दिल्ली और अहमदाबाद से आए थे, डेंगू पॉजिटिव आने वाले मरीजों के घरों के आसपास लार्वा की जांच की गई है और सावधानी के लिए लोगों को जागरूक करने के साथ-साथ मच्छर रोटी दवाइयां का भी छिड़काव किया जा रहा है.
हरदा जिले में लगातार के ग्रामीण क्षेत्र में डेंगू के मरीजों की भी संख्या में इजाफा हो रहा है स्वास्थ्य विभाग ने सभी लोगों को एडवाइजरी जारी किए गंदा पानी दिखे तो उसे तत्काल साफ कर दे, इसके अलावा बुखार के लक्षण दिखने पर तत्काल जिला अस्पताल में इलाज करवाएं.
रतलांम में डेंगू मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है इसके अलावा वायरल बुखार और डायरिया भी तेजी से फैल रहा है. मेडिकल वार्ड में 44 के करीब बेड है लेकिन मरीज रोज 60 से ज्यादा आ रहे है , हालात यह कि ज़मीन पर इलाज किया जा रहा है वहीं कॉरिडोर में भी मरीजों का इलाज जारी है.