Indore Hindi News : मध्य प्रदेश के इंदौर में डीआईजी की गाड़ी रोड रेज का शिकार हो गई. यहां पर दो युवकों ने ओवरटेक करने की बात पर एक शासकीय कार पर हमला बोल दिया. कार में ड्राइवर सहित डीआईजी भी मौजूद थे. फिलहाल, पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है.
दरअसल, ‘मिनी मुंबई’ कहे जाने वाले इंदौर में अपराधों पर लगाम कसने के लिए पुलिस कमिश्नर प्रणाली लागू है. इसके बावजूद पुलिस का खौफ बदमाशों में नजर नहीं रहा. अब पुलिस अधिकारियों पर भी हमला बोला जा रहा है. हमले की यह वारदात शनिवार (26 अक्टूबर) दोपहर की है, जब नारकोटिक्स विभाग के डीआईजी महेशचंद्र जैन अपने ड्राइवर आरक्षक सूरज यादव के साथ अपनी शासकीय कार से जा रहे थे.
रेड सिग्नल होने से ड्राइवर ने कार रोकी तो उनके पीछे यश अरोड़ा अपनी कार में साथी के साथ रुक गया. ग्रीन सिग्नल होते ही डीआईजी के चालक ने जैसे ही कार आगे बढ़ाई, वैसे ही आरोपी यश ने स्पीड में उनके पीछे से कार निकालनी चाही. इस दौरान दोनों कारें टकरा गईं, जिसको लेकर विवाद की स्थिति बनी.
एडिशनल डीसीपी अमरेंद्र सिंह ने बताया कि खबर मिलते ही खजराना टीआई मनोज सेंधव भी बल लेकर मौके पर पहुंचे थे. जांच में सामने आया कि कार में सवार यश और अर्जित ने ओवरटेक की बात को लेकर विवाद किया. शासकीय कार के आगे गाड़ी खड़ी कर लोहे की रॉड से कार पर हमला किया गया. हेड लाइट फोड़ी गई और ड्राइवर को जान से मारने की धमकी दी गई.
डीआईजी जैन अपने ड्राइवर के साथ खजराने पुलिस थाने पहुंचे और आरोपी कार चालक यश अरोड़ा और साथी अर्जित के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई. पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए दोनों ही आरोपियों को गिरफ्तार लिया. अब आरोपियों के खिलाफ मारपीट, तोड़फोड़, और एक्सीडेंट की धाराओं में केस दर्ज कर लिया गया है और उनकी कार भी पुलिस ने जब्त कर ली है. अब आगे की कार्रवाई की जा रही है.